कासगंजः भले ही अमर शहीदों और क्रांतिकारियों के सम्मान में देश में चौरी-चौरा शताब्दी वर्ष मनाया गया हो लेकिन देश के लिए अपना बलिदान दे चुके शहीदों के गांवों की स्थिति अभी भी दयनीय बनी हुई है. आज हम बात करने जा रहे हैं महान क्रांतिकारी चंद्र शेखर आजाद और भगत सिंह के साथी रहे अमर शहीद महावीर सिंह के गांव शाहपुर टहला की. शाहपुर में प्रधानमंत्री मोदी से शिकायत करने के बाद भी गांव को अन्य पंचायतों से जोड़ने वाली मुख्य सड़क विगत पांच वर्षों से नहीं बन सकी है. इस बारे में शिकायतकर्ता और गांव के पूर्व प्रधान राघवेंद्र सिंह राठौर ने ईटीवी भारत ने बात की.
पटियाली तहसील का गांव शाहपुर टहला अमर शहीद महावीर सिंह की जन्मस्थली भी है. इस गांव की सबसे बड़ी समस्या है कि गांव को दूसरी पंचायतों से जोड़ने वाली सड़क विगत पांच वर्षों से जर्जर पड़ी है. इस सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हैं. गिट्टी उखड़कर उपर आ गयी है. अब तो यह समझना मुश्किल है कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क. इस सड़क के संबंध में ग्राम पंचायत शाहपुर टहला के पूर्व ग्राम प्रधान राघवेंद्र सिंह राठौर ने 8 अगस्त वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिख कर शिकायत की थी.
उन्होंने टू लेन रोड बनवाने की मांग की थी. राघवेंद्र सिंह ने बताया कि पीएमओ कार्यालय से शिकायत उत्तर प्रदेश ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के पास आई. इस विभाग के द्वारा सड़क का सर्वे किया गया. इसके बाद मुझे बताया गया कि पीएमजीएसवाई (प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना) योजना के अंतर्गत इस सड़क का निर्माण कराया जाएगा. इसकी चौड़ाई साढ़े पांच मीटर होगी लेकिन इतने वर्ष बीतने के बाद भी सड़क का निर्माण नहीं हो सका है.