कासगंज:उत्तर प्रदेश के थानों में सबसे ज्यादा मामले जमीन सम्बन्धी झगड़ों के होते हैं, जिसके चलते सीआरपीसी की धारा 107 और 116 की कार्यवाही थानों की परंपरा में शामिल है. इन धाराओं का प्रयोग पुलिस वादी और प्रतिवादी दोनों पर करती है. भले ही चाहे मामले में वादी ठीक ही क्यों न हो. इसी मामले पर अपर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रकाश वर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए इस धारा का सही व्यक्ति पर सही प्रयोग करने की बात कही.
दरअसल, किसी भी वाद-विवाद की स्थिति में पुलिस द्वारा मात्र अपनी जवाबदेही से बचने के लिए 107 और 116 के तहत दोनों पक्षों को पाबंद कर दिया जाता है, जिसके चलते जिस समस्या के तहत वादी द्वारा पुलिस से शिकायत की जाती है, वह समस्या जस की तस बनी रहती है. वहीं नवागत अपर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रकाश वर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत के माध्यम से जनपद के समस्त थानाध्यक्षों को सीआरपीसी की धारा 107 और 116 का प्रयोग गुणवत्तापूर्ण तरीके से करने की बात कही.
अपर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रकाश वर्मा ने कहा कि अक्सर थानों में पुलिस द्वारा बिना किसी गुणवत्ता के दोनों पक्षों पर समान समान रूप से 107 और 116 के तहत कार्रवाई कर दी जाती है, लेकिन मैं जनता की शिकायत पर सम्बन्धित जांच अधिकारी या इंचार्ज को बुलाकर उनसे पूछता हूं कि जब एक पक्ष की गलती नहीं है तो उस पर इन धाराओं में कार्रवाई क्यों की गई है.
कासगंज के नवागत एएसपी बोले, 'दोषियों पर ही हो धारा 107 और 116 की कार्रवाई' - कासगंज एएसपी
उत्तर प्रदेश के कासगंज के नवागत अपर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रकाश वर्मा ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि पुलिस सीआरपीसी की धारा 107 और 116 की कार्रवाई उन्हीं के ऊपर करे, जो वास्तव में दोषी हो.
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कासगंज के नवागत अपर पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रकाश वर्मा.
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अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मेरे द्वारा सभी को निर्देशित किया गया है कि मामले में जो वास्तविक दोषी हो, जांच परख कर कि कौन अपराधी प्रवृत्ति का है, कौन हमला कर सकता है, कौन दबंग है, उन पर इन धाराओं के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए. यह कार्रवाई परेशान करने के लिए नहीं वरन अपराध पर नियन्त्रण के लिए पुलिस द्वारा करना चाहिए.