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बारिश के कारण चिकोरी किसानों और व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान

कासगंज में लगातार हो रही बारिश के चलते चिकोरी के किसानों और व्यापारियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. खेतों में सूख रही चिकोरी के पानी में भीगने के चलते गुणवत्ता कम हो गई है. जिले में चिकोरी के किसानों और व्यापारियों को करोड़ों रुपये का नुकसान होने की संभावना है.

बारिश के कारण चिकोरी किसानों और व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान
बारिश के कारण चिकोरी किसानों और व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान

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Published : May 22, 2021, 7:44 PM IST

कासगंज: जिले में लगातार हो रही बारिश के चलते चिकोरी के किसानों और व्यापारियों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. खेतों में सूख रही चिकोरी के पानी में भीगने के चलते गुणवत्ता कम हो गई है. जानकारी पर पता चला है कि जिले भर में चिकोरी के लगभग 20 से 25 प्लांट कार्य कर रहे हैं. इस हिसाब से कासगंज में चिकोरी के किसानों और व्यापारियों को करोड़ों रुपये का नुकसान होने की संभावना है.

बारिश के चलते जिले भर में चिकोरी के किसान परेशान
कासगंज में कुछ दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के चलते जिले भर में चिकोरी की फसल पैदा करने वाले किसानों और चिकोरी को प्रोसेसिंग करने वाले व्यापारियों को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है. चिकोरी व्यापारियों में अजय पाठक और अनुराग वार्ष्णेय ने बताया कि जिले भर में चिकोरी के छोटे बड़े 20 से 25 प्लांट कार्य कर रहे है और लगभग सभी प्लांटों पर चिकोरी खुले में सूख रही है. जिसके चलते छोटे प्लांट पर लाखों का और बड़े प्लांटों पर करोड़ों का नुकसान हुआ है.

बारिश के कारण चिकोरी किसानों और व्यापारियों को करोड़ों का नुकसान

1 करोड़ रुपये तक का नुकसान
कासगंज में प्रति वर्ष चिकोरी का लगभग 100 करोड़ रुपये से अधिक का उत्पादन होता है. चिकोरी कारोबारी अनुराग वार्ष्णेय ने बताया कि जिले में चिकोरी को प्रसंस्कृत करने वाले तकरीबन 20 से 25 की संख्या में प्लांट है, सभी प्लांटों पर इस समय चिकोरी सुखाई जा रही है. बड़े प्लांटों पर 70 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का नुकसान हुआ है.

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जिला कृषि अधिकारी सुमित चौहान ने बताया है कि चिकोरी प्रोसेसिंग के दौरान भीग गई है, तो सरकार की तरफ से इसका मुआवजे का कोई प्रावधान नहीं है. अगर यही चकोरी किसान के खेत में होती और किसान का फसलीय बीमा होता तो मुआवजा मिल सकता था.

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