कानपुर: उम्र और बुद्धिमत्ता में हमेशा कोई संबंध हो, यह जरूरी नहीं. कुछ ऐसा ही कर दिखाया है कानपुर के लाल ने. जी हां शहर के नन्हें इतिहासकार के रूप में अपनी पहचान बना चुके यशवर्धन सिंह का दाखिला सातवीं से नौवीं में हो गया है. सूबे का यह पहला अनोखा मामला है, जिसमें एक छात्र को सातवीं के बाद सीधे नौवीं में प्रवेश दिया गया. यशवर्धन का प्रवेश, उसके आईक्यू के आधार पर किया गया है. जबकि यह निर्णय खुद उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद ने लिया है.
दरअसल, यशवर्धन का लगाव बहुत कम उम्र में ही इतिहास और अन्य विषयों में था. इसके चलते यशवर्धन ने अपनी पढा़ई के साथ-साथ सिविल सेवा की तैयारी करने वाले छात्रों को पढ़ाना शुरू कर दिया था. ऐसे में जब मंडलीय मनोविज्ञान केंद्र में यशवर्धन के मस्तिष्क का परीक्षण किया गया और कुछ टेस्ट कराए गए तो उसका आईक्यू सामान्य छात्रों की अपेक्षा कई अधिक बेहतर निकला. ऐसे में यशवर्धन के पिता की ओर से यूपी बोर्ड में एक प्रार्थना पत्र दिया गया, जिसमें उसे सातवीं से सीधे नौवीं में प्रवेश का अग्रह किया गया था. यशवर्धन की प्रतिभा और ठोस साक्ष्यों के आधार पर शुक्रवार को उसका प्रवेश कानपुर के पाली स्थित उदय भारती इंटर कालेज में नौंवी कक्षा में किया गया. वहीं, अभी तक यशवर्धन श्याम नगर स्थित रघुकुल एकेडमी में पढ़ाई कर रहा था.