कानपुर : घाटमपुर कोतवाली क्षेत्र (Ghatampur Kotwali Area) के चिल्ली गांव में एक महिला ने तहसील के कर्मचारियों पर साठगांठ के चलते भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया है.
महिला ने कहा कि अधिकारियों ने साठगांठ कर, वसीयत में नाम बदलने व बैंक में वसीयत के नाम पर लोन लेने के आरोप लगाया है.
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महिला ने तहसील के कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए बताया कि उक्त भूमि की वसीयत के आधार पर वो मालिक काबिज है लेकिन उक्त भूमि पर लेखपाल आशुतोष वर्मा व कानूनगो एकता त्रिपाठी ने जमीन पर काबिज मृतक मौजीलाल की जगह जोगेंद्र सिंह, रामशंकर व रामकरण से लंबी रकम लेते हुए जानकारी होने के वावजूद नाम अंकित बदल दिया.
आरोप लगाया कि उक्त लोगों ने फर्जी कागजों के सहारे केनरा बैंक के अधिकारियों व पैनल अधिवक्ता से मिलकर वसीयत दिखाकर लोन भी ले लिया जो नियम के विरुद्ध है. कहा कि मृतक मौजी लाल की मौत के बाद उक्त भूमि की एकमात्र मालिक रंजना है. दावा किया कि मौजीलाल ने अपनी मौत से यह जमीन रंजना को दी थी. वहीं, रंजना ने कोतवाली में शिकायती पत्र देते हुए उक्त प्रकरण में दोषी लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने की मांग की है.
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