कानपुर: देश-विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले आईआईटियंस हमेशा ही कुछ बेहतर काम करते हैं. उनके द्वारा किए गए शोध तो ऐसे होते हैं जो पूरी तरह से समाजोपयोगी रहते हैं. उसी दिशा में कदम बढ़ाते हुए अब आईआईटियंस व संस्थान के फैकल्टी सदस्य ग्रामीणों को उद्यमिता का पाठ पढ़ाएंगे, जिससे गांवों में रहने वाले युवा खुद ही अपनी औद्योगिक इकाई स्थापित कर सकें और अन्य युवाओं को रोजगार दे सकें.
आईआईटी कानपुर के 1965 बैच के एल्युमिनाई स्व.डा.रणजीत सिंह व उनकी पत्नी मार्था कैरीनो की ओर से दान स्वरूप दिए गए फंड की मदद से संस्थान में स्किल सेंटर के रूप में रणजीत सिंह रोजी शिक्षा केंद्र शुरू किया गया है.
इस केंद्र की जानकारी फेसबुक पेज पर साझा करते हुए संस्थान के निदेशक प्रो.अभय करंदीकर ने बताया कि इस संस्थान के माध्यम से जहां औद्योगिक इकाई संचालकों के साथ मिलकर भविष्य में काम किया जाएगा वहीं, नाबार्ड के साथ शुरु किए स्वींग मशीन आपरेटर कोर्स के तहत अब तक 89 छात्रों को प्रशिक्षित किया जा चुका है. इस साल के अंत तक संस्थान द्वारा 200 ऐसे युवाओं को प्रशिक्षित करेंगे जो औद्योगिक इकाइयों में बेहतर काम कर सकें. उन्होंने बताया कि पूरी कवायद उन गांवों के लिए होगी, जिन्हें संस्थान द्वारा उन्नत भारत अभियान के तहत गोद लिया गया है.