कानपुर: हरे पेड़ों की कटाई के मामले में वन विभाग के कर्मचारियों की माफिया से मिलीभगत का एक मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद के घाटमपुर की ग्राम पंचायत सिरोह में सामने आया है. यहां सार्वजनिक हित के लिए ग्रामीणों ने सूखे पेड़ काट दिए. इसकी जानकारी होते ही वन विभाग की महिला अधिकारी और फारेस्ट गार्ड मौके पर पहुंच गए. ग्राम प्रधान ने इन पर 25 हजार रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने वन विभाग की महिला अधिकारी व गार्ड के रवैये को लेकर हंगामा किया और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
रविवार शाम सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें ग्रामीण हंगामा करते हुए वन विभाग की महिला अधिकारी व फारेस्ट गार्ड पर कार्रवाई के नाम पर 25 हजार रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए नजर आ रहे हैं. ग्राम प्रधान नीरज पासवान ने वन विभाग की एक महिला अधिकारी व फारेस्ट गार्ड पर आरोप लगाया है कि उनकी ग्राम पंचायत सचिवालय के बगल में एक सूखा व नीचे से खोखला पेड़ था, जिसके ऊपर से हाई टेंशन लाइन गुजर रही है. सूखे पेड़ के ऊपर से गुजर रही हाई टेंशन लाइन के चलते कोई घटना न हो जाए और भीषण ठंड को देखते हुए सार्वजनिक हित में पेड़ को कटवा दिया गया. जिसकी लकड़ियां यहीं पड़ी हुईं थीं. आरोप है कि मामले की जानकारी होने पर वन विभाग से आई महिला अधिकारी व फारेस्ट गार्ड ने कार्रवाई के नाम पर 25 हजार रुपये की मांग कर दी. इस पर ग्रामीणों ने हंगामा काटते हुए वीडियो बनाना शुरू कर दिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. इससे पहले भी वन विभाग हरे पेड़ों के कटान मामले में मिलीभगत को लेकर चर्चा में रह चुका है. बावजूद इसके किसी भी जिम्मेदार की इस तरफ निगाह नहीं पड़ रही है.