कानपुर:केंद्र के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने अप्रैल 2023 की शुरुआत के साथ ही विदेश व्यापार नीति (एफटीपी) को भी घोषित कर दिया है. इस एफटीपी में तो वैसे पिछले सालों की तुलना में कई अहम बदलाव किए गए हैं, लेकिन जो सबसे जरूरी बिंदु है वह साल 2030 के लिए देश की अर्थव्यवस्था को दो ट्रिलियन यूएस डॉलर तक पहुंचाना है. जब बात देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती की हो तो उत्तर प्रदेश के निर्यातकों की भूमिका हमेशा ही अहम होती है.
पिछले पांच सालों के यूपी के निर्यात कारोबार वाले आंकड़ों को देखें तो साल दर साल बढ़ते जा रहे हैं. जो इस बात की बानगी है कि आने वाले दिनों में और अधिक कारोबार होगा. इसलिए देश की अर्थव्यवस्था में यूपी के निर्यातक अपना सहयोग बेहतर ढंग से करेंगे, यह कहना गलत नहीं होगा.
इस पूरे मामले पर फेडरेशन आफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन (फियो) के महानिदेशक (डीजी) डा.अजय सहाय ने ईटीवी भारत संवाददाता से फोन पर बातचीत की. उन्होंने बताया कि एफटीपी में जो देश के लिए लक्ष्य तय हुआ है, उसमें फियो के पदाधिकारी चाहते हैं कि यूपी का सालाना निर्यात कारोबार 200 बिलियन डॉलर तक पहुंचे. इसमें 100 बिलियन डॉलर गुड्स के सेक्टर, 100 बिलियन डॉलर का कारोबार सर्विस सेक्टर से हो. उन्होंने कहा कि अगर कुल लक्ष्य के सापेक्ष 10 फीसद हिस्सेदारी को यूपी कवर कर लेता है तो निश्चित तौर पर यह एक मिसाल बनाने जैसा काम होगा.
पिछले पांच सालों में यूपी के निर्यात कारोबार (सालाना)
2016-17 83999 करोड़ रुपये
2017-18 88967 करोड़ रुपये
2018-19 114042 करोड़ रुपये
2019-2020 120356 करोड़ रुपये
2020-2021 121139.94 करोड़ रुपये
2021-2022 56897.19 करोड़ रुपये
इसे भी पढ़ें-Kanpur News : व्यापारी बोले, युवाओं को खूब पसंद आ रही तुर्की व अरमानी टोपी, जानिए क्या है कीमत