कानपुरः पिछले 13 सालों से निर्माणाधीन और बहुप्रतीक्षित सीओडी (COD) पुल को लोकार्पण के बाद जनता के लिए आवागमन के लिए खोल दिया गया. कछुए की रफ्तार से भी धीमी रफ्तार से बनने वाले पुल का सांसद सत्यदेव पचौरी की मौजूदगी में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वर्चुअल शुभारंभ किया.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया COD पुल का लोकार्पण - सांसद सत्यदेव पचौरी
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कानपुर के बहुप्रतीक्षित सीओडी(COD) पुल की दूसरी लेन का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोकार्पण किया. वर्चुअल लोकार्पण के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह सहित कई मंत्री, सांसद और समाजवादी पार्टी से रामगोपाल मौजूद रहे.

जाम से मिलेगी राहत
महानगर में सीओडी पुल खुलने के बाद लोगों को जाम से राहत मिलेगी. अभी तक पुल पर लगने वाले भीषण जाम से छुटकारा पाने के बाद अब वाहनों ने फर्राटा भरना शुरू कर दिया है. आपको बता दें कि 26 जनवरी को उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री ने आनन-फानन में सीओडी पुल का शुभारंभ कर दिया था. जिससे नाराज होकर बीजेपी सांसद सत्यदेव पचौरी ने बगावती शुर अपनाते हुए केंद्र सरकार की योजना का हवाला देकर न सिर्फ आपत्ति दर्ज कराई थी. बल्कि परिवहन मंत्रालय को पत्र भेजकर आवागमन रुकवा दिया था.
जानिए क्यों लगे तेरह साल
दरअसल महानगर की रामादेवी, चकेरी के साथ इलाहबाद और बाहरी लोगों के भारी संख्या में यातायात को जोड़ने वाले सीओडी पुल का शिलान्यास तत्कालीन कांग्रेस सांसद प्रकाश जायसवाल ने 2007 में किया था. तब से लेकर आज तक 13 सालों में इस पुल को जनता के लिए उपलब्ध होने में लंबी जद्दोजहद का सामना करना पड़ा. बरहाल सांसद सत्यदेव पचौरी ने कहा कि अब कोई विवाद नहीं है और आज से यह 51 करोड़ की लागत से बना सीओडी पुल जनता के लिए पूर्ण रूप से समर्पित कर दिया गया है.