कानपुर: महानगर में खाकी के दामन को दागदार करने वाले मामले पर आला अधिकारीयों ने कार्रवाई करते हुए दो दारोगाओं को न सिर्फ निलंबित कर दिया है. बल्कि विभागीय जांच भी शुरू कर दी है. गौरतलब रहे कि लापता बेटी को ढूंढने के नाम पर गरीब दिव्यांग वृद्ध महिला से पुलिस वालों ने मानवता की सारी हदों को पार करते हुए पुलिस के वाहन में डीजल भरवाने के नाम पर वसूली की थी. इस घटना को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया. उसके बाद आनन-फानन में डीआईजी डॉ. सिंह ने दोनों दरोगा को निलंबित कर दिया है.
जांच में पाए गए दोषी
प्रारंभिक जांच में पुलिस कर्मियों पर लगे आरोप सही पाए गए हैं. आपको बता दें कि थाना चकेरी के सनिगवां गांव में रहने वाली वृद्ध दिव्यांग महिला अपनी नाबालिग बेटी जो कि 7 जनवरी से लापता हो गई थी. उसके अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसमें 5 लोगों को नामजद किया गया था और दो अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया था. महिला ने आरोप लगाया था कि चौकी इंचार्ज राजपाल सिंह और अरुण कुमार ने लापता बेटी को ढूंढने के नाम पर गाड़ी में डीजल भरवाने को कहा था. जिसकी एवज में 12 हजार रुपए वसूले गए थे.