कानपुर: शहर के बड़ा चौराहा पर सोमवार को दो मेट्रो टनल मशीनें नजर आईं, जिनका नाम देश की आजादी में अहम भूमिका निभाने वाले क्रांतिकारी नाना राव पेशवा और तात्या टोपे के नाम पर रखे गए. सबसे पहले मेट्रो की सुरंग बनाने की शुरुआत 450 टन वजनी मशीन नाना से हुई जो डाउन लाइन में नयागंज की तरफ खुदाई के साथ ही ढांचा तैयार करते हुए निकलेगी. 15 दिनों बाद यहीं से तात्या अपलाइन पर आगे बढ़ेगी.
यूपी मेट्रो के कार्यवाहक प्रबंधक सुशील कुमार की मौजूदगी में सुंरग बनाने का काम शुरू हो गया. दरअसल, कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के तहत लगभग 23 किलोमीटर लंबे पहले कारिडोर के अंतर्गत (आइआइटी से नौबस्ता तक) भूमिगत सेक्शन के टनल का काम शुरू हो गया. दोनों टनल बोरिंग मशीनों (टीबीएम) (नाना व तात्या) को 21 मीटर लंबे, 24 मीटर चौड़े व 17.5 मीटर गहरे आयताकार लांचिंग शाफ्ट के अंदर पहुंचा दिया गया.
अत्याधुनिक कंप्यूटराइज्ड टनल गाइडेंस सिस्टम की मदद से यह सुनिश्चित किया जाएगा, कि टनलिंग निर्धारित अलाइनमेंट के अनुरूप ही हो. सुरक्षा के लिहाज से टीबीएम आपरेशन के दौरान रियल टाइम मानीटरिंग के लिए विशेषज्ञों की टीम भी मौजूद रहेगी. बड़ा चौराहा से नयागंज की ओर लगभग 940 मीटर लंबी टनल को बनाती हुई टीबीएम नयागंज मेट्रो स्टेशन के शुरुआती छोर तक पहुंचेगी. जहां पर बने रिट्रीवल शाफ्ट से मशीन को बाहर निकाल दिया जाएगा. इसके बाद दोनों मशीनों को चुन्नीगंज में बनने वाले लांचिंग शाफ्ट में फिर से उतारा जाएगा जो नवीन मार्केट से होते हुए बड़ा चौराहा मेट्रो स्टेशन के शुरुआती सिरे तक जाएगी.
उप्र मेट्रो रेल कार्पोरेशन के वरिष्ठ अफसरों ने बताया कि शहर की मेट्रो परियोजना को यादगार बनाने के लिए देश की स्वतंत्रता के लिए सर्वस्व न्योछावर करने और शहर से खास रिश्ता रखने वाले नानाराव पेशवा और तात्या टोपे जैसे महान क्रांतिकारियों की स्मृति इस मेट्रो परियोजना के साथ हमेशा के लिए जुड़ जाएंगी.
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