कानपुरः शहर के फजलगंज इलाके में हुए तिहरे हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने 48 घंटे के भीतर कर दिया. इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले दो हत्यारोपी को पुलिस ने दबोच लिए हैं. दोनों से पूछताछ की जा रही है. दरअसल, थाना फजलगंज क्षेत्र में बीते शनिवार को एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी. घर में मृतक प्रेमकिशोर (45), पत्नी गीता (40) और बेटे नैतिक (12) के शव मिले थे. तीनों के हाथ-पैर रस्सी से बंधे थे. भाई राजकिशोर की सूचना पर फजलगंज पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर हत्याकांड की जांच शुरू की थी.
पकड़े गए हत्यारोपियों की पहचान बकेवर, इटावा निवासी गौरव शुक्ला उर्फ शिवम और महेवा, इटावा निवासी हिमांशू चौहान के रूप में हुई है. गौरव ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि प्रेम किशोर के साथ वह गुड़गांव की एक फैक्ट्री में कई साल पहले काम करता था. इससे वह अक्सर घर आया जाया करता था. कुछ दिन से गौरव की माली हालत ठीक नहीं थी. वह दोस्त हिमांशू के साथ मंधना में किराए का कमरा लेकर रहता था. दोनों दिल्ली जाने के लिए प्रेमकिशोर के घर आए थे. उसके घर से स्टेशन नजदीक पड़ता है. गौरव ने बताया कि दिल्ली जाने के लिए घर में ही मोबाइल पर ट्रेन चेक की तो पता चला की वह जा चुकी है. इसके बाद दोनों ने रात में खाना खाया और सो गए. इसी बीच दोनों ने लूटपाट की योजना बना डाली.
पहले प्रेमकिशोर की हत्या की
प्रेमकिशोर व बेटा नैतिक साथ सोए थे. पास में ही गौरव व हिमांशू लेटे थे. रात को गौरव व हिमांशू ने प्रेमकिशोर के पैर चारपाई से बांध दिए और राड से सिर पर हमला कर दिया. इस बीच नैतिक जाग गया और मां गीता के पास चीखते हुए भागा. जब गीता चीख सुनकर पहुंची तो उसके सिर पर भी राड से हमला कर दिया. इसके बाद नैतिक को भी उसी राड से मारा. तीनों के हाथ पैर रस्सी से बांध दिए. इसके बाद उनके चेहरों को पॉलीथिन से कस दिया ताकि दमघुट कर वे मर जाएं. इसके बाद दोनों घर से करीब पांच हजार रुपये और बाइक लेकर भाग निकले. वारदात के बाद हिमांशू कुछ पैसे लेकर नोएडा भाग गया और गौरव अपने कानपुर देहात के झींझक निवासी दोस्त के यहां चला गया. दोनों को गिरफ्तार करके पुलिस पूछताछ कर रही है.
ऐसे हुआ हत्याकांड का खुलासा