कानपुर: नगर निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. आरक्षण की तस्वीर साफ होने के बाद से दावेदारों ने मोहल्लों में जाकर प्रचार शुरू कर दिया है. हालांकि, भाजपा के लिए आरक्षण जारी होने के बाद से मुश्किलें थोड़ी बढ़ गई हैं.
भाजपा के जिन पदाधिकारियों पर टिकट वितरण का जिम्मा है. वो अब ये सोच रहे हैं कि शहर के जिन 30 वार्डों में आरक्षण नहीं बदला वहां चेहरा कौन होगा. पार्टी के पास पहला विकल्प, पुराना जीता हुआ प्रत्याशी है. वहीं, दूसरे विकल्प में कई वो चेहरे हैं, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत से संगठन में अपनी एक पहचान बनाई है. इसी तरह जिन 80 वार्डों में आरक्षण बदल गया है, वहां भी सेलेक्शन कमेटी के सदस्यों को फूंक-फूंक कदम (Ticket distribution challenge for BJP in Kanpur) रखना होगा.