कानपुर : इन दिनों सूरज की तेज तपिश हर किसी के गले को पल भर में सुखा दे रही है. चिकित्सा व मौसम जगत के विशेषज्ञ लगातार एडवाइजरी जारी कर रहे हैं और बता रहे हैं कि पानी खूब पिएं. गर्मी में घड़े का शीतल जल लोगों की प्यास बुझा रहा है. इन दिनों शहर में मिट्टी का घड़ा खूब खरीदा जा रहा है. शहर के अंदर अब टोंटी वाले घड़े, सुराही की खरीदारी के लिए लोग उमड़ने लगे हैं. मिट्टी का घड़ा तैयार करने वालों का दावा है कि टोटी वाला घड़ा लोगों को खूब पसंद आ रहा है. अप्रैल मध्य से ही पारा 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज हो रहा है, इसलिए देशी अंदाज में घड़े का ठंडा पानी सभी को भा रहा है.
खूब भा रहा मिट्टी का टोटी वाला घड़ा, जानिए कैसे होता है तैयार - घड़े और सुराही की कीमत
प्रदेश के कई जिलों में अप्रैल के मध्य से ही पारा 40 के पार पहुंचने लगा है. लोगों को भा रहे घड़े और सुराही की कीमत 40 रुपये से लेकर 200 रुपये तक की है.
40 रुपये से 200 रुपये के बीच है कीमत : 14 साल की उम्र से घड़ा व सुराही तैयार कर रहे सोहन लाल प्रजापति बताते हैं कि 'घड़े व सुराही की कीमत 40 रुपये से लेकर 200 रुपये के बीच है. इन घड़ों को कच्चे मिट्टी से बनाते हैं. सबसे पहले हम मिट्टी को सानते हैं, इसके बाद भूनते हैं, फिर एक से दो दिनों तक मिट्टी को घड़े की तरह पाथकर उसे तैयार कर लेते हैं. उन्होंने बताया कि इस दौर में बहुत अधिक आधुनिक सुविधाओं वाले फ्रिज बाजार में आ गए हैं, ऐसी बोतलें भी मिलने लगी हैं जिसमें कई घंटों तक पानी ठंडा रहता है. लेकिन, जो वर्षों से घड़े या सुराही का पानी पी रहे हैं, उनके लिए आज भी इसकी महत्ता है.
शहर के इन स्थानों पर मिल रहे घड़े : सिविल लाइंस, रामनारायण बाजार, परेड, कल्याणपुर, नवाबगंज, आजाद नगर, फूलबाग चौराहा, कोहना, गंगा बैराज आदि.
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