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अखिलेश यादव की वॉल पेंटिंग पर कालिख पोते जाने से सपाई आक्रोशित

कानपुर के गोविंदनगर में आगामी विधानसभा चुनाव 2022 (up election 2022) के लिए तैयार की गई अखिलेश यादव की वॉल पेंटिंग पर किसी अराजक तत्व ने कालिख पोत दी. सपा कार्यकर्ता इससे बेहद आक्रोशित हैं. उन्होंने पुलिस पर सत्ता के दबाव में रिपोर्ट दर्ज न करने का आरोप लगाया है.

अखिलेश यादव की वॉल पेंटिंग पर पोती गई कालिख.
अखिलेश यादव की वॉल पेंटिंग पर पोती गई कालिख.

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Published : Oct 17, 2021, 5:04 PM IST

कानपुरःशहर में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सपा ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं. गोविंदनगर में समाजवादी पार्टी के राष्ट्र्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की वॉल पेंटिंग पर किसी अराजक तत्व ने कालिख पोत दी. इससे नाराज सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया.

मामले की शिकायत लेकर सपा कार्यकर्ता फजलगंज थाने पहुंचे. वहां पर इस मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश की. एफआईआर न होने पर सपाइयों ने आरोप लगाया कि पुलिस सत्ता के दबाव में काम कर रही है. इस कारण ही उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है.

अखिलेश यादव की वॉल पेंटिंग पर पोती गई कालिख.


इस बारे में सपा कार्यकर्ता विनय गुप्ता का कहना है कि अगर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ ऐसी ही हरकत होती तो पूरा प्रशासनिक अमला आरोपी को पकड़ने में जुट जाता है. अब चूंकि मामला सपा का है इसलिए हमारी नहीं सुनी जा रही है. उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत वह कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण से करेंगे. साथ ही पूरे मामले की जांच की मांग उठाएंगे.

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पहले भी तस्वीरों और नाम पर पोती गई कालिख

  • वर्ष 2017 में स्कूली बच्चों के बैग पर लगी अखिलेश यादव की फोटो पर काला रंग पोतने को लेकर काफी हल्ला मचा था. बुलंदशहर में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा पूर्व सीएम अखिलेश यादव की कालिख पुती फोटो वाला बैग बांटे जाने को लेकर सपाइयों ने आक्रोश जताया था.
  • वर्ष 2018 में मथुरा में लोक निर्माण विभाग ने अखिलेश यादव के नाम वाली विकास कार्यों की शिला पट्टिकाओं पर कालिख पोत दी थी. इस मामले को लेकर भी काफी हल्ला मचा था. ये दोनों मामले विभागीय थे.

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