कानपुर: एक ओर जहां स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के तेजतर्रार अफसर सॉल्वर की धरपकड़ के लिए जहां लगातार दबिश दे रहे हैं, बावजूद इसके सॉल्वर परीक्षाओं में शामिल हो रहे हैं. हालांकि, शुक्रवार को शहर के आरसीआरडी कन्या महाविद्यालय में परीक्षा के दौरान सॉल्वर बनकर पहुंचे, विपिन कुमार निवासी अररिया बिहार को परीक्षार्थी ओमप्रकाश शर्मा के स्थान पर परीक्षा देना महंगा पड़ गया. एसटीएफ व सचेंडी थाना क्षेत्र की पुलिस टीम ने विपिन को परीक्षा देते साक्ष्यों के साथ गिरफ्तार कर लिया.
सॉल्वर की गिरफ्तारी के बाद पूरे शहर के सभी केंद्रों पर हड़कंप की स्थिति हो गई. तमाम केंद्रों पर परीक्षार्थियों के सभी दस्तावेज दोबारा जांचे गए. हालांकि, जब कोई अन्य सॉल्वर नहीं मिला तो सभी केंद्र व्यवस्थापकों ने राहत की सांस ली. वहीं अभियुक्त विपिन एडमिट कार्ट व आधार कार्ड में परीक्षार्थी की फोटो के स्थान पर अपनी फोटो लगाकर केंद्र के अंदर पहुंच गया था.
फौरन ही सचेंडी थाना क्षेत्र की पुलिस टीम ने विपिन को गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया. सचेंडी थाना प्रभारी प्रद्युम्न सिंह ने बताया कि विपिन के मामले में सटीक सूचना मिल चुकी थी इसलिए पुलिस टीम ने पहले परीक्षा शुरू होने का इंतजार किया. इसके बाद विपिन को परीक्षा कक्ष से ही अरेस्ट कर लिया गया. उन्होंने कहा, कि इस मामले में जो परीक्षार्थी ओमप्रकाश शर्मा है. वह बलिया का रहने वाला है और उसे वांछित अभियुक्त बनाया गया है. जल्द ही उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा.
साल 2022 की बात करें तो शहर में कई परीक्षाओं के दौरान साल्वर पकड़े गए. पुलिस के आला अफसर भी इस बात को मानते हैं, कि कानपुर साल्वरों का गढ़ बनता जा रहा है. एसटीएफ कानपुर यूनिट के अफसर साल्वरों के नेटवर्क को ध्वस्त करने की कोशिश तो खूब कर रहे हैं, हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिल रही. पिछली परीक्षाओं के दौरान जो साल्वर पकड़े गए हैं, उनमें शामिल अधिकतर युवा बिहार के ही हैं.
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