कानपुर:कानपुर नगर का लाल अपनी ड्यूटी के दौरान फर्ज निभाते निभाते शहीद हो गया. कानपुर नगर के नौबस्ता मछरिया के रहने वाले शैलेंद्र दुबे तस्करों से लोहा लेते समय मार दिए गए. शहीद शैलेंद्र दुबे बीएसएफ (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) की 27 बटालियन के जवान थे. इनकी पोस्टिंग वेस्ट बंगाल में थी.
शहीद शैलेंद्र दुबे के पिता संतोष दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार को सुबह 4:30 बजे डिप्टी कमांडेंट विजय भूषण द्विवेदी का फोन आया. उन्होंने बताया कि उनके बेटे शैलेंद्र दुबे की नाइट शिफ्ट थी, जिनकी ड्यूटी देर रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक थी. वेस्ट बंगाल में पद्मा नदी है, जिसमें गस्ती के दौरान नाव से पैर फिसलने के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अभी शैलेन्द्र की बॉडी नहीं मिल पाई है, गोताखोर तलाश में लगे हुए हैं. क्योंकि पद्मा नदी की गहराई 15 से 20 फीट है. यह खबर आते ही पूरे घर में मानो कोहराम मच गया. खबर मिलते ही शैलेंद्र दुबे के पिता संतोष दुबे ने अपने बेटे आदेश दुबे और एक रिश्तेदार गुड्डू तिवारी को तुरंत वेस्ट बंगाल के लिए रवाना कर दिया. वहीं, शाम होते-होते लगभग 4 बजे फिर से डिप्टी कमांडेंट विजय भूषण दुबे का फोन आया. उन्होंने पीड़ित परिवार को सूचना देते हुए बताया कि शैलेंद्र की बॉडी मिल गई है और पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है.