कानपुर: चौबेपुर के बिकरू गांव में पुलिस को अब भी लगातार गोला-बारूद मिल रहा है. शुक्रवार को विकास के एनकाउंटर के बाद बम निरोधक दस्ते की टीम बिकरू गांव पहुंची, जहां टीम ने गांव के पंचायत भवन से 7 जिंदा हथगोले बरामद किए. बम मिलने की जानकारी पर गांव में सनसनी फैल गई. जब बम निरोधक दस्ते की टीम ने सातों हथगोलों को निष्क्रिय कर दिया, तब कहीं जाकर गांव के लोगों ने राहत की सांस ली.
बिकरू गांव में मिले जिंदा हथगोले. गांव में पसरा सन्नाटा
ईटीवी भारत की टीम शुक्रवार सुबह चौबेपुर के बिकरू गांव पहुंची, जहां विकास के एनकाउंटर के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसरा दिखा. एनकाउंटर की सूचना मिलने के बाद लोग घरों में दुबक गए थे. ईटीवी भारत ने जब गांव की लोगों से विकास की मौत पर प्रतिक्रिया लेनी चाही तो किसी ने कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर दिया.
उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था विकास दुबे
बता दें कि चौबेपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई की रात हुई मुठभेड़ में सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस घटना के बाद से ही पुलिस घटना के मास्टरमाइंड विकास दुबे की तलाश कर रही थी. गुरुवार को विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर के पास से गिरफ्तार किया गया. इस घटना को अंजाम देने वाले विकास दुबे को यूपी एसटीएफ मध्य प्रदेश से कानपुर लेकर जा रही थी, जहां शुक्रवार सुबह एनकाउंटर के दौरान उसे मार गिराया गया.
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....कुछ इस तरह हुआ एनकाउंटर
दरअसल, यूपी एसटीएफ की टीम विकास को पेशी के लिए कानपुर ला रही थी. एमपी से लौटते वक्त पनकी के भौंती में एसटीएफ की जिस गाड़ी में विकास दुबे बैठा था, वह पलट गई. इस दौरान विकास पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने लगा और उसने पुलिस पर फायर कर दिया. इसके बाद एसटीएफ की जवाबी फायरिंग में विकास दुबे ढेर हो गया.