कानपुर : आजादी के 75 साल पूरे पर देश में अमृत महोत्सव कार्यक्रम मनाया जा रहा है. इस शुभ अवसर पर देश भर में लोग तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं. इसी बीच रविवार को कानपुर से यूपी एटीएस ने आतंकी नदीम के मददगार हबीबुल उर्फ सैफुल्ला को पकड़ लिया. आतंकी नदीम को कुछ दिनों पहले यूपी एटीएस ने सहारनपुर से गिरफ्तार किया था. स्वतंत्रता दिवस के ठीक एक दिन पहले आतंकी के पकड़े जाने से दहशत का माहौल बन गया है.
एक तरफ आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर देशवासी हर्षोल्लास के साथ गली-गली तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ कानपुर में आतंकी के पकड़े जाने के बाद स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गईं हैं. यूपी एटीएस के सब इंस्पेक्टर ने बताया कि इससे पहले कानपुर के आर्यनगर, रावतपुर गांव, जाजमऊ, काकादेव व कल्याणपुर से कई आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था. पीएफआइ, दावत-ए-इस्लामी समेत कई अन्य मुस्लिम संगठनों के सदस्य शहर में सक्रिय रहे हैं. अब कानपुर से एक बार फिर आतंकी पकड़े जाने से चर्चाएं शुरू हो गईं हैं.
आतंकी गतिविधियों में संलिप्त इन संदिग्धों की कानपुर से हुई गिरफ्तारी :
- 11 सितंबर 2009 को ISI एजेंट इम्तियाज सचेंडी से गिरफ्तार.
- 27 सितंबर 2009 को ISI एजेंट वकास बिठूर से गिरफ्तार.
- 18 सितंबर 2011 को रांची निवासी ISI एजेंट फैसल रहमान उर्फ गुड्डू रेल बाजार से गिरफ्तार.
- जुलाई 2012 में कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से आतंकी फिरोज गिरफ्तार.
- अप्रैल 2014 में पटना में विस्फोट करने वाला आतंकी पनकी से गिरफ्तार.
- मार्च 2017 में भोपाल में ब्लास्ट करने वाले खुरासान मॉडल के 3 आतंकी कानपुर से गिरफ्तार.
- 14 अगस्त 2022 को आतंकी हबीबुल उर्फ सैफुल्ला कानपुर से गिरफ्तार.
3 जून की हिंसा के बाद भी एटीएस ने खंगाले थे आतंकी कनेक्शन: बीते दिनों कानपुर में परेड चौराहा पर हिंसा हुई थी, तो एसआइटी को पाकिस्तान समेत कई अन्य देशों के नंबरों की कॉल डिटेल मिली थी. यह सभी कॉल्स उन उपद्रवियों के पास आई थीं, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया था. हिंसा मामले की यूपी एटीएस ने जांच-पड़ताल की थी. हिंसा के बाद यूपी एटीएस ने 30 लोगों की कुंडली बेहद गोपनीय ढंग से तलाशी थी. अब एटीएस के आला अफसरों की टीम ने शहर आकर जांच के लिए कार्ययोजना बना ली है. कभी भी यूपी एटीएस के आला अफसर शहर आ सकते हैं और आतंकी गतिविधियों को लेकर जांच शुरू हो सकती है.
जैश-ए-मोहम्मद के संपर्क में पहले भी रहे कई आतंकी: कानपुर में जब-जब यूपी एटीएस के अफसरों ने आतंकियों को पकड़ा, तब-तब उनका कनेक्शन जैश-ए-मोहम्मद से निकला. एटीएस अफसरों की मानें तो इस संगठन के सदस्यों को लगातार ढूंढा जा रहा है. आने वाले समय में इस संगठन के सक्रिय सदस्यों को पकड़ने के लिए मुहिम तेज की जाएगी.
कानपुर की चर्चिच आतंकी घटनाएं :
- 1995 में घंटाघर चौराहे पर साइकिल पर लदे बमों से विस्फोट.
- 2001 में आर्य नगर चौराहा पर एक मकान में कुकर बम ब्लास्ट.
- 2006 में रोशन नगर में ब्लास्ट.
- 2008 में राजीव नगर में ब्लास्ट.
- 2009 में नजीराबाद में विस्फोट.
- 2010 में कल्याणपुर के बारासिरोही में ब्लास्ट.
- 2011 में रावतपुर से किदवई नगर जाने वाले टेम्पो में टिफिन बम बरामद.
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