कानपुर: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत के बयान का कानपुर में जमकर विरोध हो रहा है. RSS प्रमुख मोहन भागवत के बयान का ब्राह्मण समाज ने हनुमान चालीसा पढ़कर विरोध किया. ब्राह्मण समाज के खिलाफ दिए बयान को वापस लेने की भी मांग की गई है. बयान वापस न लेने पर सड़कों पर उतरकर विरोध की भी चेतावनी दी. मैं ब्राह्मण हूं महासभा के अध्यक्ष ने मोहन भागवत को कलयुग के विभीषण बताया है.
बता दें कि RSS प्रमुख मोहन भागवत ने जातिवाद को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा कि 'जब हम अजीविका कमाते हैं तो हमारी समाज के प्रति भी जिम्मेदारी है. जब हर काम समाज के लिए है तो कोई ऊंचा, कोई नीचा या कोई अलग कैसे हो गया? भगवान के लिए सभी एक हैं, उनमें कोई जाति, वर्ण नहीं है, लेकिन पुजारियों ने श्रेणई बनाई, वो गलत था'.
मैं ब्राह्मण हूं महासभा के अध्यक्ष दुर्गेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि 2024 में आने वाले चुनावों के लिए एससी, एसटी वोटरों को साधने के लिए ऐसी बयानबाजी की गई है. उन्होंने कहा कि इतने लोगों का मार्गदर्शन करने वाले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर आज कानपुर महानगर के दीप तिराहे पर हनुमान चालीसा का पाठ कर विरोध किया. साथ ही यह भी कहा कि मोहन भागवत को भगवान सद्बुद्धि दें. उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों ने हमेशा अपना संपूर्ण जीवन ज्ञान देने में, लोगों को दया सिखाने में, लोगों को शिक्षा देने में, मार्गदर्शन में योगदान दिया है, इसलिए ब्राह्मणों के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए ऐसे बयान दिए जा रहे हैं.
दुर्गेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि कहा कि जेएनयू में जो लिखा गया है कि 'ब्राह्मणों भारत छोड़ो', उसमें भी अब आरएसएस की मानसिकता नजर आती है. आगे उन्होंने कहा कि 'हम ब्राह्मण हैं हम कुछ नहीं कर सकते, क्योंकि हमारी गाड़ी पलटा दी जाती है. कहीं न कहीं विकास दुबे मामले को ब्राह्मण समाज अभी भी भुला नहीं पाया है. मोहन भागवत कलयुग के विभीषण हैं. मोहन भागवत को अपने बयान को वापस लेना होगा नहीं तो ब्राह्मण समाज सड़कों पर उतरेगा'.
पढ़ेंः gorakhpur news: चंद्रशेखर आजाद बोले, वर्ण व्यवस्था के लिए पंडितों को जिम्मेदार ठहराने वाले मोहन भागवत कहीं खुद को शूद्र न कहने लगें