कानपुर: जिले के थाना सचेंडी क्षेत्र के एक गांव में युवती से दुष्कर्म करने वाले आरोपी की चौबेपुर स्थित अस्थाई जेल में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मौत की सूचना से नाराज परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है. गौरतलब रहे दुष्कर्म की घटना के बाद से फरार सुबोध वाजपाई को ग्रामीणों ने गांव के बाहर से पकड़ कर बेरहमी से पीटने के बाद पुलिस के सुपुर्द कर दिया था. जहां से पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई करते हुए दुष्कर्म के आरोपी को मेडिकल परीक्षण के बाद जेल में भेज दिया था.
जानकारी देते एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव पीड़िता के परिजनों ने की थी आरोपी की पिटाई दरअसल, थाना सचेंडी क्षेत्र के एक गांव में बीते शुक्रवार की रात 25 वर्षीय युवती खेत में शौच के लिए गई थी. तभी गांव के ही 35 वर्षीय सुबोध वाजपेई ने नशे में धुत होकर जबरन उसके साथ दुष्कर्म जैसी घिनौनी घटना को अंजाम दिया था. उसके बाद वह गांव से फरार हो गया था. इस घटना को लेकर पीड़िता के परिजनों ने थाने में एफआईआर दर्ज कराया था. बाद में पीड़िता के परिजनों ने आरोपी सुबोध को गांव के बाहर दबोच लिया और उसकी लाठी-डंडों से जबरदस्त पिटाई कर पुलिस के हवाले कर दिया था.
डॉक्टर नहीं लगा सके अंदरूनी चोटों का अंदाजा
पुलिस ने आरोपी सुबोध बाजपेई का मेडिकल परीक्षण करा कर कोर्ट में प्रस्तुत कर चौबेपुर स्थित अस्थायी जेल में भेज दिया था. परिजनों ने आरोप लगाया कि बेटे की हालत गंभीर थी, लेकिन पुलिस ने आरोपी की इलाज नहीं कराया. इतना ही नहीं विपक्षियों से मिलकर डॉक्टर ने भी उसकी चोट को दरकिनार कर मेडिकल रिपोर्ट बना दी. यदि चिकित्सक उसकी अंदरूनी चोट का इलाज करते तो उसकी जान बचाई जा सकती थी.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई
एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी युवक सुबोध बाजपेई को घायल अवस्था में ग्रामीणों ने पुलिस के सुपुर्द किया था. आरोपी का मेडिकल कराकर कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया था. जिसकी अस्थायी जेल में मौत हो गई है. फिलहाल शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है उसकी रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.