कानपुर: संजीत यादव अपहरण और हत्याकांड में रिमांड पर लिए गए तीनों आरोपितों से पुलिस कुछ भी कुबूल नहीं करवा पाई है. इस मामले में भी पुलिस के हाथ अब तक खाली ही हैं. इसके बाद अब पुलिस नार्को टेस्ट के माध्यम से सच्चाई सामने लाने की तैयारी में जुट गई है. बता दें कि इस मामले में राम जी भी अहम कड़ी साबित हो सकता है, क्योंकि रिमांड पर लिए गए तीनों अभियुक्तों ने राम जी को ही घटना का मास्टरमाइंड बताया है. राम जी इस समय कोरोना वायरस संक्रमण का शिकार है. कोरोना संक्रमण ठीक होने पर पुलिस उसे रिमांड पर लेकर साक्ष्य जुटाएगी. वहीं मामले की जांच में जुटी पुलिस ने फरार 25 हजार के इनामी सिम्मी को भी गिरफ्तार कर लिया है.
संजीत अपहरण हत्याकांड: पुलिस कराएगी आरोपियों का नार्को टेस्ट
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में संजीत यादव अपहरण और हत्याकांड के बाद अभी भी पुलिस के हाथ कोई साक्ष्य नहीं लगे हैं. बता दें कि अब कानपुर पुलिस नार्को टेस्ट के माध्यम से सच्चाई सामने लाने की तैयारी में जुट गई है. इसके तहत अब पुलिस आरोपियों का नार्को टेस्ट कराएगी.
घटना में पुलिस को अब तक नहीं मिले साक्ष्य
संजीत अपहरण और हत्याकांड मामले में पुलिस ने घटना में 5 आरोपितों ज्ञानेंद्र, कुलदीप, नीलू, राम जी और प्रीति को जेल भेजा था. इन अभियुक्तों द्वारा संजीत के शव को फेंके जाने की जगह बताने पर भी पिछले 1 हफ्ते से शव बरामद नहीं होने के चलते बर्रा पुलिस ने 3 अभियुक्तों को रिमांड पर लिया था. पांडु नदी से लेकर फिरौती देने वाले स्थान गुजैनी हाईवे रेलवे ट्रैक समेत तक खाक छानने के बाद भी पुलिस साक्ष्य नहीं जुटा सकी है. वहीं रिमांड का समय पूरा होने से पहले ही आरोपियों का डॉक्टरी परीक्षण कराने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया.
पुलिस का कहना है कि आरोपी लगातार पुलिस को गुमराह कर रहे हैं. राम जी कोरोना संक्रमित होने के कारण नारायण अस्पताल में भर्ती है. ऐसे में पुलिस के सामने अपना पक्ष मजबूती से रखने के लिए आरोपियों का नार्को टेस्ट कराने का रास्ता ही बचा है. बता दें कि एसएसपी प्रीतिंदर सिंह ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि अगर इससे कुछ नहीं मिला तो इन आरोपियों का नार्को टेस्ट कराया जाएगा.