कानपुर: जिले के बिकारू गांव में पुलिस टीम पर हमले के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया है. दयाशंकर अग्निहोत्री को पुलिस ने बीती रात कल्याणपुर इलाके में हुई एक मुठभेड़ में गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपी के पैर में गोली लगी है. दयाशंकर को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उससे पूछताछ कर हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के बारे जानकारी जुटाने में लगी हुई है. इसके साथ ही पुलिस और एसटीएफ की टीमें विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए लगातार दबिशें दे रही हैं.
मुठभेड़ में घायल विकास दुबे का गुर्गा दयाशंकर दयाशंकर पर था 25 हजार इनाम
पुलिस टीम पर हमले के दौरान दयाशंकर भी कुख्यात अपराधी विकास दुबे के साथ मौजूद था और उसने भी पुलिस पर फायरिंग की थी. शनिवार को पुलिस ने विकास दुबे पर 1 लाख का इनाम घोषित किया था. साथ ही पुलिस ने विकास दुबे के 18 साथियों पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था. इसमें दयाशंकर भी शामिल था.
गुप्त जानकारी मिलने की संभावना
दयाशंकर अग्निहोत्री विकास दुबे गैंग का खास गुर्गा था और उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस को कई जानकारी प्राप्त हो सकती है, जो विकास दुबे को पकड़ने में काफी मददगार साबित होगी. पुलिस लगातार एक्शन में है. पुलिस की 22 टीमें और 40 थानों का पुलिस के साथ एसटीएफ की टीम लगातार विकास दुबे और उसके साथियों की तलाश में जुटी हैं.
गिरफ्तार बदमाश से पूछताछ जारी
दयाशंकर की गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. गौरतलब है कि चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में गुरुवार देर रात पुलिस धारा 307 के एक मामले में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई थी. जहां विकास और उसके गुर्गों ने घरों की छत से पुलिसकर्मियों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी, साथ ही पुलिसकर्मियों के हथियार भी लूट लिए थे. इस घटना में बिल्हौर सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत तीन दारोगा और चार कॉन्स्टेबल शहीद हो गए थे. हमले में 5 पुलिसकर्मियों के साथ होमगार्ड का एक जवान और एक स्थानीय नागरिक भी घायल हुए थे. जिनका जिले के रीजेंसी अस्पताल में इलाज चल रहा है.
अभी भी फरार है हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे
पुलिस टीम पर हमला कर 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने का मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे का वारदात के 48 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है. जिसके बाद पुलिस ने विकास दुबे पर एक लाख का इनाम घोषित किया है. साथ ही विकास दुबे के गुर्गे श्यामू बाजपेई, छोटू शुक्ला, जेसीबी चालक मोनू, जहान यादव, दयाशंकर अग्निहोत्री, शशिकांत, पंडित शिव तिवारी, विष्णु पाल, राम सिंह, राम बाजपेई, अमर दुबे, प्रभात मिश्रा, गोपाल सैनी, वीरू भवन, शिवम दुबे, बालगोविंद और बउवा दुबे शामिल हैं. इनपर 25-25 हजार का इनाम घोषित है. जिनमें से दयाशंकर पुलिस के हत्थे चढ़ चुका है.
चेकिंग के दौरान हुई मुठभेड़
पुलिस के मुताबिक, रविवार तड़के दयाशंकर अग्निहोत्री शिवली से जवाहरपुरम की ओर जा रहा था. उसी दौरान चेकिंग कर रही पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया, लेकिन उसने गाड़ी की रफ्तार और तेज कर दी. वहीं उसी रास्ते पर कुछ दूरी पर खड़ी पुलिस ने उसे दोबारा रोका, तो उसने पुलिस टीम पर फायर कर दिया. इसके बाद पुलिस की ओर से की गई जवाबी फायरिंग में वह पैर में गोली लगने से घायल हो गया. कल्याणपुर इंस्पेक्टर ने बताया कि दयाशंकर को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है. उसके पास से एक तमंचा और दो कारतूस भी बरामद हुए हैं.