कानपुर :बीते 3 जून को कानपुर के परेड चौराहा पर हुए बवाल के 4 मुख्य आरोपी हयाज जफर हाशमी, जावेद अहमद खान, मो.सूफियान व मो. राहिल अब एंटी टेरेरिस्ट स्क्वायड(एटीएस) के जाल में फंस गए हैं. इन आरोपियों को पुलिस आयुक्त द्वारा गठित क्राइम ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया था. जिस दिन इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, उसी दिन जांच के दौरान इनके पास पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के लिट्रेचर मिले थे.
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों के मोबाइल जांचे गए, तो कई अहम दस्तावेज व जानकारी हाथ लगी. इसके बाद एडीजी एटीएस नवीन अरोड़ा ने कानपुर जाकर अपने स्तर से जांच की. एडीजी एटीएस नवीन अरोड़ा के लखनऊ वापस जाने के बाद ही एटीएस के अफसरों ने स्थानीय पुलिस से बवाल के चारों मुख्य आरोपियों की कुंडली मांग ली. फिलहाल एटीएस सभी आरोपियों के वाट्सएप चैट, फोन कॉल्स समेत अन्य संपर्कों को खंगाल रही है.
साजिश के तहत हुआ था बवाल :पुलिस और एटीएस की जांच में अब तक यह बात सामने आ गई है, कि परेड में जो पथराव और बमबाजी हुई थी. वह पूर्व में तय की गई साजिश थी. पीएफआइ के सदस्यों ने हयात जफर हाशमी के साथ मिलकर बाजार बंद कराने का प्लान किया था. उसके बाद बाजार में पथराव हुआ. वाट्सएप चैट से पुलिस को इसके प्रमाण मिले हैं. पुलिस आयुक्त द्वारा गठित एसआइटी की 4 अलग-अलग टीम के सदस्यों ने परेड व आस-पास के क्षेत्रों में चप्पा-चप्पा तलाशना शुरू कर दिया है.