कानपुर: जनपद में बीते शुक्रवार को दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प मामले का पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से कनेक्शन सामने आया है. इसके चलते एटीएस की टीम एक्टिव मोड में आ गई है. बता दें कि पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआइटी) के सदस्यों को आरोपियों के पास से पीएफआइ के लिट्रेचर मिले हैं.
डी-2 गैंग के सक्रिय होने की आशंका
दरअसल, शुक्रवार को राष्ट्रपति, पीएम और सीएम के कानपुर में होने के बावजूद, शहर में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई. माहौल बिगड़ने के पीछे पुलिस के आला अफसरों को यह आशंका है, कि इस बवाल में डी-2 गैंग के सदस्य का हाथ है. इन सदस्यों ने कुछ संगठन के पदाधिकारियों संग मिलकर पहले परेड और आसपास दुकानें बंद कराईं, फिर अचानक ही उग्र होकर पत्थर और बम चलाए. एटीएस के एक आला अफसर ने बताया, कि एडीजी ने उन सभी गलियों का दौरा किया, जहां से यह पत्थरबाजी हुई. ऐसे में उम्मीद है कि जल्द एटीएस इस मामले में अपनी जांच शुरू कर देगी. जबकि अभी स्थानीय पुलिस के आला अफसर आतंकी गतिविधियों को लेकर पूरी तरह से इंकार कर रहे हैं.
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