कानपुरःआईआईटी में बीते 17 दिसंबर को हुए प्रोटेस्ट में फैज अहमद फैज की कविता को पढ़े जाने के बाद घमासान मचा हुआ है. प्रोटेस्ट की शिकायत करने वाले फैकल्टी डॉ. वाशी शर्मा ने बताया कि 17 तारीख को प्रोटेस्ट हुआ. इस प्रोटेस्ट के लिए आदेश भी नहीं लिया गया था.
वाशी शर्मा ने कहा कि प्रोटेस्ट में ऐसी कविता पढ़ी गई. जिसमें लगा कि इस कविता की आईआईटी में जरूरत नहीं है. उसके शब्दों में हिन्दू धर्म को आहत करने वाले शब्द थे. इससे किसी की भी भावना आहत हो सकती थी. यहां पर इसकी कोई जरूरत नहीं है. इसकी शिकायत आईआईटी प्रसाशन से की गई है.