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काशी की तर्ज पर अब कानपुर में करिए आनंदेश्वर मंदिर के दर्शन - कानपुर का आनंदेश्वर मंदिर

काशी की तर्ज पर अब कानपुर में भी भक्त बाबा आनंदेश्वर के दर्शन कर सकेंगे. इसके लिए तैयारियां तेजी से चल रहीं हैं. चलिए जानते हैं इस बारे में.

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Published : Apr 14, 2023, 6:20 PM IST

कानपुर: भगवान भोलेनाथ की नगर काशी में कॉरिडोर वाले रास्ते से गुजरते हुए जिस तरह भक्त बाबा की एक झलक पाने के लिए आतुर रहते हैं, ठीक वैसे ही अब कानपुर के सिविल लाइंस स्थित आनंदेश्वर मंदिर में भक्त गंगा की धारा के बीच से मंदिर में दर्शन कर सकेंगे. यहां काशी की तर्ज पर कॉरिडोर निर्माण का काम तेजी से चल रहा है. स्मार्ट सिटी के तहत होने वाले इस काम को लेकर जिम्मेदार अफसरों का कहना है कि नगर निगम चुनाव का परिणाम आने के बाद मई अंत तक काम पूरा हो जाएगा. अब, मंदिर जाने वाली रोड को पहले की तुलना में बहुत अधिक चौड़ा कर दिया गया है. वहीं, सिविल लाइंस में ही भक्तों के लिए पार्किंग स्थल का भी निर्माण कराया जा रहा है.

कानपुर के आनंदेश्वर मंदिर में तेजी से चल रहा काम.

लगभग छह करोड़ रुपये की लागत से तीन अलग-अलग चरणों में पूरा होना है. इस पूरे मामले पर नगर आयुक्त शिवशरणप्पा जीएन ने बताया कि करीब छह करोड़ रुपये की लागत से तीन अलग-अलग चरणों में काम पूरा होना है, जिसमें अभी तक पहले चरण का काम पूरा हो चुका है. दूसरे चरण का काम जारी है. मंदिर में तीन भव्य द्वार बनाए जाएंगे. वहीं, एक रास्ता ऐसा होगा जिसमें भक्त गंगा की धारा के ऊपर बने कॉरिडोर परिसर से सीधे मंदिर के मुख्य द्वार तक पहुंचेंगे.

शिवरात्रि व सावन में जुटते लाखों भक्त
सिविल लाइंस स्थित परमट मंदिर या कहें आनंदेश्वर मंदिर में शिवरात्रि व सावन मास में भक्तों की संख्या लाखों के पार होती है. कानपुर के अलावा यहां दूर-दराज के तमाम अन्य शहरों से लोग भगवान शंकर के दर्शन करने आते हैं. सैकड़ों साल पुराने इस मंदिर में जहां शिवलिंग स्थापित है, ठीक उसके सामने गंगा की मुख्य धारा कल-कल करते हुए गुजरती है.

दूसरे चरण के काम
1. मंदिर के मुख्य द्वार से एक नया वैकल्पिक मार्ग बनेगा.
2. नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा आरती स्थल व सेल्फी प्वाइंट बनाया जाएगा.
3. वाहनों के लिए अलग से पार्किंग स्टैंड बनाया जाएगा.
वहीं, तीसरे व अंतिम चरण में मंदिर के मुख्य द्वार से मंदिर के मठ तक का प्रवेश मार्ग चौड़ा किया जाएगा और घाट बनेंगे.

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