डीजी जेल एसएन साबत जानकारी देते हुए कानपुर: अब लोग जेल से अपने करीबी से मुलाकात घर बैठकर ही कर सकेंगे. साथ ही उनका सारा हालचाल जान सकेंगे. बहुत जल्द उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से ई-मुलाकात का सिस्टम लागू किया जाएगा. इसके लिए कंप्यूटर संबंधी सारे काम पूरे हो गए हैं. कुछ तकनीकी काम होने बाकी हैं. इसके बाद नई व्यवस्था के चलते लोगों को अपने परिचितों से मिलने के लिए जेल के बाहर लाइन लगानी होगी.
डीजी जेल एसएन साबत ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि अक्सर यह देखने को मिलता था कि जेलों में मुलाकात के लिए लोग घंटों धूप, बारिश और सर्दी में लाइन लगाकर खड़े रहते हैं. लेकिन, अब ऐसा नहीं होगा. सरकार की ओर से ई-व्यवस्था लागू करने के निर्देश जारी हो गए हैं. उन्होंने कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसरों और जेल के आला अफसरों संग जेल की व्यवस्थाओं को परखा है.
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सरकार चाहती है जेलों में दिखे सुधार:डीजी जेल एसएन साबत ने कहा कि सरकार चाहती है कि जेलों में सुधार दिखे. इसके लिए जेलों में बंदियों और कैदियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम करा रहे हैं. कानपुर में कैदी और बंदी मोजा बनाने का काम कर रहे हैं. महिला बंदियों को सिलाई मशीन और बुटीक का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके अलावा कंप्यूटर की कक्षाएं भी लगाई जा रही हैं. इससे कैदियों के व्यवहार में काफी हद तक बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है.
शतरंज प्रतियोगिता में 70 कैदियों ने लिया हिस्सा: डीजी जेल एसएन साबत ने कहा कि सालों तक जब कोई कैदी या बंदी अपने परिवार से अलग रहते हैं तो वह अवसाद ग्रस्त हो जाते हैं. हालांकि, अब उन्हें इससे मुक्त रखने के लिए इंडियन ऑयल की ओर से जहां शतरंज और कैरम प्रतियोगिता कराई गई. वहीं, कानपुर जेल में कैदियों और बंदियों के लिए एफएम रेडियो स्टेशन शुरू हो गया है. सभी इससे अपना मनोरंजन कर सकेंगे और तनावमुक्त रहेंगे.
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