कानपुर:जिले में सरकार द्वारा रेलवे को निजी हाथों में सौंपने और निजीकरण को लेकर पूरे देश में विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर नॉर्थ सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज संघ ने विरोध जताते हुए सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की. इसके साथ ही अपने हक को वापस दिलाए जाने की भी मांग की है. निजीकरण और दशहरा के पहले आने वाले बोनस के ना मिलने पर भी विरोध जताया.
जिले में स्थित कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को नॉर्थ सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज संघ ने एकत्र होकर अपनी आवाज बुलंद की. वहीं इलाहाबाद से आए मंडल अध्यक्ष मान सिंह ने बताया कि आज नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मेंस (एनएफआईआर) के महामंत्री डॉ.एम राघवैया के आह्वान पर और एनसीआरईएस के महामंत्री आरपी सिंह के निर्देश पर रेल कर्मचारियों को प्रति वर्ष दशहरा पर्व से पूर्व आने वाले बोनस के भुगतान की घोषणा न करने के विरोध में प्रदर्शन किया.
कानपुर: नॉर्थ सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज संघ ने निजीकरण के खिलाफ उठाई आवाज - नॉर्थ सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज संघ का निजीकरण
यूपी के कानपुर जिले में नॉर्थ सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज संघ ने निजीकरण के खिलाफ आवाज उठाई है. इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से इलाहाबाद मण्डल के अध्यक्ष मानसिंह के साथ-साथ सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित रहे.
नॉर्थ सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज संघ ने निजीकरण के खिलाफ उठाई आवाज
इसी क्रम में कानपुर सेंट्रल के ड्राइवर लॉबी के सामने एनसीआरईएस की समस्त शाखाओं द्वारा एक विशाल सभा का आयोजन किया गया, साथ ही सरकार को यह चेतावनी दी गई है कि यदि बोनस के भुगतान जल्द नहीं किया गया तो एनएफआईआर / एनसीआरईएस कैडर कर्मचारियों के साथ हड़ताल पर जाने के लिए बाध्य होगा. इसी क्रम में बोनस के भुगतान के साथ-साथ निम्न समस्याओं पर भी चर्चा की गई. इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से इलाहाबाद मण्डल अध्यक्ष मानसिंह के साथ-साथ सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित रहे.