कानपुर:जैसे ही अस्पतालों में कोई मरीज इमरजेंसी में पहुंचता है, तो डॉक्टरों के सामने एक बड़ा सवाल होता है कि कैसे आखिर मरीज की जान बचाने के लिए उसके शरीर में खून का स्तर का पता लगाया जाए. हालांकि, कम समय में बेहतर इलाज करना होता है. इसलिए मरीज के खून की जांच के लिए उसका सैंपल लिया जाता है और फिर जल्द से जल्द ब्लड ग्रुप का मिलान करते हुए मरीज को खून चढ़ाया जाता है.
इमरजेंसी मरीजों के लिए वरदान बनेगी नॉन इन्वेसिव हीमोग्लोबिन टेस्टिंग डिवाइस, जानिए इसकी खासियत
एचबीटीयू में कंप्यूटर साइंस की एसो.प्रोफेसर ने नॉन इंवेसिव हीमोग्लोबिन टेस्टिंग डिवाइस तैयार की है. डिवाइस के जरिए 15 सेकेंड में हीमोग्लोबिन का स्तर जान सकेंगे. इसके लिए विवि के 110 छात्रों पर शोध परीक्षण किया गया है. जल्द ही यह डिवाइस अस्पतालों में आसानी से उपलब्ध हो सकेगी.
मगर, अब महज 15 सेकेंड में बिना सीरिंज लगाए ही मरीज के खून का स्तर यानी हीमोग्लोबिन पता लग सकेगा. वैसे, तो यह आपको बहुत अधिक चौंकाने वाली बात लग रही होगी, मगर है हकीकत. दरअसल, शहर के हरकोर्ट बटलर प्राविधिक विवि (एचबीटीयू) में कंप्यूटर साइंस विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर राशि अग्रवाल ने इस डिवाइस को तैयार किया है. उनका दावा है कि इस नॉन इंवेसिव हीमोग्लोबिन टेस्टिंग डिवाइस से हम मरीज के हीमोग्लोबिन का स्तर बेहद आसानी से जान सकेंगे.
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