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औद्योगिक नगरी की इकाइयों में अग्निशमन के नहीं हैं पुख्ता इंतजाम

यूपी के कानपुर जिले में स्थित औद्योगिक नगरी की इकाइयों में अग्निशमन के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं. जिसके चलते आए दिन महानगर में आग की घटनाएं सामने आती रहती हैं.

औद्योगिक क्षेत्र.
औद्योगिक क्षेत्र.

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Published : Feb 6, 2021, 12:58 PM IST

कानपुर:प्रदेश के बड़े औद्योगिक क्षेत्रों जनपद का नाम शुमार है. यहां पर शहर के बाहरी इलाकों में और मुख्यता शहर में भी कई औद्योगिक इकाइयां है. जिसके चलते आए दिन महानगर में आग की घटनाएं सामने आती है. इनकी मुख्य वजह यह भी निकल कर आती है कि औद्योगिक इकाइयों द्वारा आग प्रबंधन को लेकर इंतजाम नहीं किए जाते हैं. जिसकी वजह से आग की घटनाएं होती हैं. ईटीवी भारत ने कानपुर महानगर में आग से होने वाली घटनाओं को लेकर जब कानपुर के अफसरों से बात की तो उन्होंने बताया कि अब आग से होने वाली घटनाओं की रोकथाम के लिए औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं. इतना ही नहीं बिना आग प्रबंधन के सारे नियमों और प्रणाली को फॉलो करने के बाद ही औद्योगिक इकाइयों को एनओसी दी जा रही है. बिना एनओसी की चल रही उद्योग इकाइयों पर कार्रवाई भी की जा रही है. इतना ही नहीं समय-समय पर इकाइयों पर जाकर अधिकारी निरीक्षण भी करते हैं और कमियां पाने पर कार्रवाई की जा रही है.

जानकारी देते एफएसओ कैलाश चंद्र.

आग लगने के कारण
दरअसल, महानगर में कई औद्योगिक इकाइयां चल रही हैं. कई इकाइयों में रसायनिक उद्योगों से जुड़ी हुई हैं. जिसमें आग लगने का खतरा ज्यादा रहता है. औद्योगिक इकाइयां आग प्रबंधन को लेकर सिर्फ काम चलाऊं काम करती हैं. क्योंकि दुर्घटना संभावित औद्योगिक इकाइयों के प्रबंधन में अधिक धन की आवश्यकता होती है. ऐसे में धन बचाने के चलते वह लोग प्रबंधन का ध्यान नहीं देते हैं.

आए दिन होती है आग की घटनाएं
महानगर में आए दिन आग की घटनाएं सामने आती हैं. जिसमें भीषण नुकसान होता है. कई बार लोगों की जान भी खतरे में पड़ जाती है. इसके बावजूद औद्योगिक इकाइयों के कान में जूं तक नहीं रेंगती और वह आग के प्रबंधन को लेकर भी पूर्ण व्यवस्था नहीं करते हैं जिसकी वजह से आग की घटनाएं होती हैं.

एनओसी को लेकर सब तो होंगे नियम
वहीं एसएसओ कैलाश चंद्र ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में बताया कि अब एनओसी को लेकर नियम सख्त किए जाएंगे और बिना एनओसी के चल रही उद्योग इकाइयों के ऊपर कार्रवाई की जाएगी. जिससे कानपुर महानगर में होने वाली आग की घटनाओं में कमी आएगी. वहीं, औद्योगिक इकाइयों पर औचक निरीक्षण किया जाएगा. जिसमें देखा जाएगा कि आग से प्रबंधन के सारे इंतजाम औद्योगिक इकाइयां इस्तेमाल कर रही है कि नहीं, और कमियां पाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.

कानपुर में आग के बड़े मामले
कानपुर में अब तक कई औद्योगिक इकाइयों में भीषण आग के मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से मुख्य मामले हैं. कानपुर के मध्य में स्थित रासायनिक फैक्ट्री में अक्टूबर 2020 में भीषण आग लगी थी. जिसमें लाखों रुपये का नुकसान हुआ था. जबकि कई लोग आग में झुलस गए थे.

दिसंबर 2020 में कानपुर के दादा नगर में स्थित गत्ता फैक्ट्री में भीषण आग लग गई थी. कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया था, जिसमें करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ था.

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