कानपुर:प्रदेश के बड़े औद्योगिक क्षेत्रों जनपद का नाम शुमार है. यहां पर शहर के बाहरी इलाकों में और मुख्यता शहर में भी कई औद्योगिक इकाइयां है. जिसके चलते आए दिन महानगर में आग की घटनाएं सामने आती है. इनकी मुख्य वजह यह भी निकल कर आती है कि औद्योगिक इकाइयों द्वारा आग प्रबंधन को लेकर इंतजाम नहीं किए जाते हैं. जिसकी वजह से आग की घटनाएं होती हैं. ईटीवी भारत ने कानपुर महानगर में आग से होने वाली घटनाओं को लेकर जब कानपुर के अफसरों से बात की तो उन्होंने बताया कि अब आग से होने वाली घटनाओं की रोकथाम के लिए औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं. इतना ही नहीं बिना आग प्रबंधन के सारे नियमों और प्रणाली को फॉलो करने के बाद ही औद्योगिक इकाइयों को एनओसी दी जा रही है. बिना एनओसी की चल रही उद्योग इकाइयों पर कार्रवाई भी की जा रही है. इतना ही नहीं समय-समय पर इकाइयों पर जाकर अधिकारी निरीक्षण भी करते हैं और कमियां पाने पर कार्रवाई की जा रही है.
आग लगने के कारण
दरअसल, महानगर में कई औद्योगिक इकाइयां चल रही हैं. कई इकाइयों में रसायनिक उद्योगों से जुड़ी हुई हैं. जिसमें आग लगने का खतरा ज्यादा रहता है. औद्योगिक इकाइयां आग प्रबंधन को लेकर सिर्फ काम चलाऊं काम करती हैं. क्योंकि दुर्घटना संभावित औद्योगिक इकाइयों के प्रबंधन में अधिक धन की आवश्यकता होती है. ऐसे में धन बचाने के चलते वह लोग प्रबंधन का ध्यान नहीं देते हैं.
आए दिन होती है आग की घटनाएं
महानगर में आए दिन आग की घटनाएं सामने आती हैं. जिसमें भीषण नुकसान होता है. कई बार लोगों की जान भी खतरे में पड़ जाती है. इसके बावजूद औद्योगिक इकाइयों के कान में जूं तक नहीं रेंगती और वह आग के प्रबंधन को लेकर भी पूर्ण व्यवस्था नहीं करते हैं जिसकी वजह से आग की घटनाएं होती हैं.