कानपुर: नगर निकाय चुनाव को लेकर एक तरफ जहां सरकार ने आरक्षण की तस्वीर को अंतिम सूची के साथ साफ कर दिया है. वहीं, जिला प्रशासन के अफसरों और राजनीतिक दलों के पदाधिरकारी भी सक्रिय हो गए हैं. सभी मतदाता, मतदान वाले दिन अपने वोट का प्रयोग कर सकेंगे. मतदाताओं को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए जल्द ही जिला प्रशासन की ओर से मतदान जागरूकता कार्यक्रम कराए जाएंगे. सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से भी मतदाताओं को जागरूकता संदेश भेजे जाएंगे.
10 हजार ईवीएम हैं स्टॉक में: जिला प्रशासन के अफसरों ने बताया चुनाव के लिए जिले में कुल 1834 बूथ बनाए गए हैं. हर बूथ पर दो ईवीएम की आवश्यकता होगी. यदि प्रत्याशियों की संख्या 17 से अधिक होगी तो वहां 3 ईवीएम की जरूरत होगी. दो ईवीएम के हिसाब से निकाय चुनाव कराने के लिए 3668 ईवीएम की जरूरत है. सीएसए में 10326 ईवीएम स्टॉक में रखी हैं. कुल 9170 कर्मियों को चुनाव ड्यूटी में लगाने की जरूरत होगी. वहीं, 900 कर्मियों को रिजर्व रखा जाएगा. डीएम विशाख जी ने कहा कि नगर निकाय चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. चुनाव कराने के लिए जो निर्देश सरकार या शासन स्तर से मिलेंगे, उनका अनुपालन कराएंगे.
मेयर की सीट महिला घोषित होने पर दावेदारी की तैयारी: शहर में पिछले चुनाव की तर्ज पर फिलहाल मेयर सीट के लिए महिला प्रत्याशी का चयन हर राजनीतिक दल को करना होगा. ऐसे में भाजपा, सपा और कांग्रेस ने दावेदारों के लिए रणनीति बनानी शुरू कर दी है. भाजपा के प्रभारी और सह प्रभारी खुद शनिवार को पदाधिकारियों के साथ मंथन करेंगे. वहीं, सपा में पूर्व सीएम अखिलेश यादव की मुहर के बाद ही दावेदार का नाम फाइनल होगा. कांग्रेस के पदाधिकारियों का कहना है कि दावेदार के नाम पर अंतिम मुहर राष्ट्रीय नेतृत्व की लगेगी.
कहां कितने मतदान केंद्र और बूथ