कानपुर: सूबे के साथ जिले में नगर निकाय चुनाव का बिगुल बज चुका है. इस चुनाव में नगर निगम के 110 वार्डों में नए पार्षद सामने आएंगे. वहीं, शहर के चार अन्य निकायों में नगर पंचायत अध्यक्षों की ताजपोशी होगी. जिला प्रशासन के लिए गली-गली होने वाले इन चुनावों को कराना बड़ी चुनौती रहेगा. कानपुर के डीएम विशाख जी का कहना है कि जिला प्रशासन 5 निकायों के 181 वार्डों में चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
सोमवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत में उन्होंने बताया कि सभी आरओ, एआरओ की तैनाती की जा चुकी है. सभी के प्रशिक्षण कार्यक्रम भी हो चुके हैं. पार्टी रवानगी और पार्टी वापसी स्थलों को चुना जा चुका है. साथ ही नामांकन स्थल भी फाइनल हैं. ईटीवी भारत की टीम से डीएम ने कहा कि जो गाइडलाइंस चुनाव आयोग की हैं, उनके अनुसार चुनाव कराए जाएंगे. जिला प्रशासन के स्तर से हर छोटे-छोटे से बिंदु को ध्यान में रखा जा रहा है. मतदाताओं से अपील रहेगी कि वह बिना किसी भय के मतदान करें.
कंट्रोल रूम देगा हर सवाल का जवाब: मतदान के दौरान मतदाता सूची में मतदाताओं के नाम, फर्जी वोटिंग जैसी सूचनाओं से निपटने के सवाल पर डीएम विशाख जी ने बताया कि नगर पंचायत वाले क्षेत्रों में उपजिलाधिकारी का यह उत्तरदायित्व होगा कि वह ऐसी परिस्थितियों में मतदाताओं की दिक्कतों को दूर करें. जबकि, नगर निगम के लिए शहर के एसीएम और अन्य मजिस्ट्रेट चुनाव के दौरान मतदाताओं की सभी परेशानियों को दूर करेंगे.