कानपुर:शहर में इस वर्ष भी मोहर्रम में पैकियों का जुलूस नहीं निकलेगा. माहौल को देखते हुए मंगलवार को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने दोनों पक्षों की सर्वसम्मति से बैठक के बाद यह फैसला लिया है. इस बैठक की अध्यक्षता पुलिस आयुक्त बीपी जोगदंड ने की. जबकि इस मामले में एक पक्ष ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
पैकियों का जुलूस पर बनी सर्वसम्मतिःकानपुर शहर के संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था आनंद प्रकाश तिवारी ने मोहर्रम पर पैकियों का जुलूस के लिए दोनों पक्षों से कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मनाने में लगे थे. इस मामले में मंगलवार को उन्होंने शहर काजी कानपुर जनाब मौलाना मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही, नायब शहर काजी कारी मोहम्मद सगीर आलम हबीबी, खलीफा निशाने पैक कासिदे हुसैन शकील अहमद खां, नायब खलीफा हाफिज मोहम्मद कफील खां, तंजीमुल पैक कासिदे हुसैन के खलीफा अच्छे मियां, नायब खलीफा कफील अहमद कुरैशी एवं अन्य पक्षकार मोहम्मद नदीम संग एक बैठक की. पहले तो कोर्ट में विचाराधीन मुकदमे को लेकर विचार-विमर्श किया गया. इसके बाद दोनों पक्षों की सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि इस साल पैकियों का जुलूस नहीं निकलेगा. बता दें कि बीते साल भी माहौल को देखते हुए पैकियों का जुलूस नहीं निकाला गया था. इस बैठक में खलीफाओं ने कहा 12 साल से कम उम्र के बच्चों को कमर घर पर बांधी जाएगी. साथ ही नजरों नियाज भी अपनी पूर्व परंपराओं के साथ घरों में ही होगी. इस दौरान न तो निशान निकलेगा और ना ही पैकी का जुलूस निकलेगा. साथ ही न तो पैकी सड़क पर गश्त करेगें.