कानपुर: शहर में जो चिड़ियाघर है, वह पिछले कई दिनों से लगातार सुर्खियों में बना है. 50 सालों के इतिहास में दो दिनों पहले ही ऐसा हुआ जब जू के अंदर से लाखों रुपये का कैशबॉक्स गायब हुआ. जब तक प्रशासनिक अफसर इस मामले को संभालते, तब तक केंद्रीय जू प्राधिकरण ने पत्र जारी कर जू में मार्निंग वाकर्स के प्रवेश को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया. इसके पीछे यह वजह बताई गई, कि जू में साफ-सफाई व सुरक्षा के नजरिए से यह फैसला सेंट्रल जू अथारिटी ने किया है.
हालांकि, अब प्रशासनिक अफसर बहुत अधिक परेशान हैं. मार्निंग वाकर्स का कहना है वह जू की हरियाली और सुंदरता और सुबह के समय स्वच्छ हवा में खुली सांस लेने के लिए सालों से आ रहे हैं. इनकी संख्या भी अच्छी खासी है, यही वजह है कि जू के अफसरों को मार्निंग वाकर्स से ही सालाना एक लाख रुपये से अधिक का राजस्व मिलता है. हालांकि, अब निदेशक ने आदेश जारी कर दिए हैं, कि कोई नया पास जारी नहीं किया जाएगा.