कानपुर : गोरखपुर में पुलिस की पिटाई से दम तोड़ने वाले कानपुर के बिजनेसमैन मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता की सरकारी नौकरी वाली मांग आखिर सीएम योगी आदित्यनाथ ने मान ही ली. कानपुर में गुरुवार को जनसभा में भाग लेने पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने मीनाक्षी गुप्ता से मुलाकात की और उनकी मांगें सुनी. सीएम ने उन्हें सरकारी नौकरी देने का ऐलान कर दिया. बताया गया कि मीनाक्षी को यह नौकरी कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) में मिलेगी. वह ओएसडी के पद पर तैनात की जाएंगी. बता दें कि मनीषा के चार साल का बेटा है.
सीएम योगी ने की मीनाक्षी से मुलाकात
कानपुर में जनसभा में भाग लेने आए सीएम योगी ने मनीष की पत्नी मीनाक्षी से मुलाकात की. उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार उनके साथ है. अपराधी कोई भी हो, सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद उन्होंने केडीए वीसी को बुलाकर मीनाक्षी को केडीए में ओएसडी के पद पर नियुक्ति देने के निर्देश दे दिए. साथ ही सीएम ने दस लाख रुपये के अलावा मुआवजा राशि बढ़ाने का आश्वासन दिया. सीबीआई जांच की मांग पर सीएम ने कहा कि यदि मीनाक्षी ऐसा चाहती हैं तो वह लिखित रूप में दे दें, सीबीआई जांच की संस्तुति कर दी जाएगी.
केस गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर किए जाने की मांग पर उन्होंने कहा कि कानपुर में केस ट्रांसफर किया जाएगा. कमेटी बनाकर जांच कराई जएगी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. सीएम ने कहा कि कल जब विधायक ने फोन किया था तो उन्होंने खुद मृतक की पत्नी से मिलने की इच्छा जताई थी. उन्होंने कहा कि आगे भी कोई परेशानी हो तो विधायक को सूचित कर दीजिएगा, समस्या दूर कर दी जाएगी.
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बता दें कि गुरुग्राम से दो दोस्तों के साथ गोरखपुर घूमने आए कानपुर के बिजनेसमैन मनीष गुप्ता (36) की बीते सोमवार देर रात पुलिस की पिटाई से मौत हो गई. आरोप है कि जांच का विरोध करने पर पुलिस कर्मियों ने उन्हें और दोस्तों को बेरहमी से पीटा था. अस्पताल में मनीष ने दम तोड़ दिया था. इसके विरोध में मनीष की पत्नी ने थाने के बाहर धरना भी दिया. पुलिस ने रामगढ़ताल थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया. निलंबित इंस्पेक्टर जगतनारायण सिंह, चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा और विजय यादव को नामजद किया गया है. इस मामले में तीन अन्य भी आरोपी है.