कानपुर:राजधानी लखनऊ में कुछ दिनों पहले हुए लेवाना अग्निकांड ने पुलिस और फायर सर्विस विभाग के अफसरों को परेशान करके रख दिया था. उसके बाद पूरे सूबे में हर शहर के होटल, रेस्टोरेंट समेत अन्य प्रतिष्ठानों के लिए कई निर्देश जारी हुए थे. उनका पालन कानपुर मेंं सही ढंग से हो रहा है या नहीं, इसकी हकीकत सोमवार को डीजी फायर सर्विस अविनाश चंद्र ने परखीं.
उन्होंने औद्योगिक इकाई संचालकों, रेस्टोरेंट संचालकों समेत अन्य लोगों को बताया कि आगजनी की घटनाओं से बचने के लिए होटलों में स्मोक सेंसर को ऑफ न करें. उन्होंने कहा कि अक्सर ही देखने में आता है कि लोग कमरों में स्मोकिंग करते हैं और बार-बार टोकने को लेकर कर्मी परेशान हो जाते हैं. हालांकि, बचाव के लिए जरूरी है कि स्मोक सेंसर को ऑन रखा जाए. इसी तरह होटल के सभी कमरों में हथौड़ा जरूर हो, ताकि अगर कोई घटना होती है तो फौरन शीशा तोड़कर मौजूद जन अपना बचाव कर सकें. उन्होंने फायर विभाग के अफसरों से कहा कि किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए. सारे इंतजाम दुरुस्त रखिए. स्मोक सेंसर के साथ स्मोक एक्सट्रेक्टर लगाए जाएं. वहीं, जो गेटों में इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम है उसे फेल करें, जिससे वह हमेशा के लिए लॉक न हों.