कानपुर: लोकसभा चुनाव को लेकर रोडमैप तैयार करने में जुटे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की कलम उस समय अचानक रुक गई, जब उन्हें कानपुर में भाजपा के पदाधिकारियों ने बताया कि 2024 के चुनाव में पूर्व सीएम अखिलेश यादव कन्नौज से चुनावी ताल ठोंक सकते हैं. फौरन ही तय हुआ कि कन्नौज सीट के लिए अलग से बात होगी. फिर, जब बात इटावा की छिड़ी तो सभी ने कहा कि हमेशा से यह सीट सपा के लिए प्रतिष्ठा का विषय बनती है और इसे सपा का गढ़ माना जाता है. इतना सुनते ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने इटावा और कन्नौज लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए विशेष प्लान बनाने के निर्देश दे दिए. सियासी गलियों में यह चर्चा भी जोरों पर है कि पूर्व सीएम के नाम से भाजपा घबराई है. इसलिए कन्नौज के लिए स्पेशल प्लान बनाया है.
वोटिंग प्रतिशत बढ़ाना है, वोटर्स की संख्या में इजाफा करना है: इस पूरे मामले पर भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष (कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र) प्रकाश पाल ने बताया कि पार्टी ने आगामी 25 व 26 नवंबर और 2 व 3 दिसंबर को वोटर चेतना अभियान के तहत कार्यकर्ताओं को जुट जाने का संदेश दिया है. उक्त तारीखों पर इटावा और कन्नौज में हर बूथ पर बीएलओ के साथ आईटी सेल के कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे. वोटर लिस्ट से उन मतदाताओं का नाम हटवाना है, जिनका निधन हो गया. इसके अलावा स्थानांतरण नौकरी वाले मतदाताओं के नाम और नई बहुओं व नए लोगों के नाम जुड़वाने हैं. उन्होंने कहा कि हमारा मकसद है, वोटिंग प्रतिशत बढ़े. जो मतदाता हैं, उनकी संख्या में इजाफा हो.