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कानपुर के मोतीझील मैदान में लगा लेदर मेला, 46 कारोबारियों ने लगाए स्टॉल - कानपुर के सैडलरी

दीपावली के पर्व को देखते हुए कानपुर के मोतीझील मैदान में लेदर मेले (Leather Fair at Motijheel Ground) का आयोजन किया गया है. इस मेले में जूते, बैग, पर्स, बेल्ट समेत अन्य सामानों के स्टॉल लगाए गए हैं.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 9, 2023, 9:34 AM IST

वाइस चेयरमैन आरके जालान ने बताया.

कानपुर: दीपावली का पर्व आने में महज तीन दिनों का समय बचा है. ऐसे में लोगों ने अब हर तरह की खरीदारी कर रहे हैं. घर की सजावट से लेकर लोग अन्य सामानों को खरीद रहे हैं. इसी बीच शहर के मोतीझील मैदान में बुधवार से काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट (सीएलई) की ओर से लेदर मेला के आयोजन की शुरूआत की गई. यह मेला 10 नवंबर तक लगेगा.

कानपुर के मोतीझील मैदान में लेदर मेला.

मोतीझील मैदान में लेदर मेले का आयोजन
कानपुर के मोतीझील मैदान में लगे लेदर मेला में शहर के आसपास जिलों के चमड़ा कारोबारी अपने स्टॉल लगाए हैं और इन स्टॉल से लोग अपने पसंद के जूते, बैग, पर्स, बेल्ट समेत अन्य सामान खरीद सकते हैं. बुधवार को कानपुर कमिश्नर अमित गुप्ता ने इस मेले का उद्घाटन किया. इस मौके पर सीएलई के पूर्व चेयरमैन मुख्तारुल अमीन, जावेद इकबाल और क्षेत्रीय निदेशक पल्लवी दुबे आदि मौजूद रहीं.

कानपुर में लगा लेदर मेला.

विदेशों में कानपुर के सैडलरी उत्पादों की मांग
लेदर मेले को लेकर काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट्स (सीएलई) के वाइस चेयरमैन आरके जालान ने बताया कि, विदेशों में कानपुर के सैडलरी उत्पादों की जबर्दस्त मांग है. यहां लेदर मेला का यह चौथा संस्करण है. इस मेला को आयोजित करने का मकसद है कि, यहां के लोग अधिक से अधिक उन सैडलरी के उत्पादों को एक नॉर्मल रेंज में खरीदें. जिनकी विदेशों में खूब मांग रहती है. उन्होंने कहा कि, यहां लोग 1000 रुपये से कम दाम में भी जूते, बैग, पर्स, बेल्ट आदि अन्य सामान खरीद सकते हैं. जबकि इन उत्पादों को जिस चमड़े से तैयार किया गया है. वह एक विशेष प्रकार का चमड़ा होता है. उन्होंने बताया कि इस मेले में अभी तक 46 कारोबारियों ने अपने स्टॉल लगाए हुए हैं.

लेदर मेले में जूता, बेल्ट और पर्स खरीदते लोग.

50 लाख रुपये से अधिक के उत्पाद बिके
शहर के मोतीझील मैदान में 2022 में भी लेदर मेले का आयोजन किया गया था. उस समय मेले में 50 लाख रुपये से अधिक के उत्पाद बिक गए थे. यहां के जूतों को सबसे अधिक लोंगो ने पसंद किया था. इसके अलावा भी अन्य सामानों की लोगों ने खरीदारी की थी.

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