कानपुर: शहर के साड़ी कारोबारी मनीष कानोडिया के पुत्र कुशाग्र का कुछ दिनों पहले अपहरण करने के बाद मर्डर कर दिया गया था. इस मामले में पुलिस ने सभी हत्यारोपियों की रिमांड के लिए कोर्ट में अर्जी दी थी, जिसे कोर्ट ने रविवार सुबह से 72 घंटों के लिए स्वीकृत कर दिया था. रिमांड आदेश लेकर रविवार सुबह ही कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के आला अफसर जेल पहुंचे और ठीक 9.55 बजे सभी आरोपियों को जेल से बाहर निकाला गया. इसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच पुलिस की टीमें आरोपियों को लेकर जेल से रवाना हो गईं. पुलिस के आला अफसरों के मुताबिक अब गोपनीय स्थान पर आरोपियों से पूछताछ होगी. वहीं, कहा ये भी जा रहा है कि इस मामले में पुलिस क्राइम सीन को रिक्रिएट करा सकती है, जिसके चलते आरोपियों को घटनास्थल पर भी ले जाया जाएगा.
अभी तक की पूछताछ में पुलिस को एक बेहद चौंकाने वाली बात पता लगी है. पुलिस अफसरों के मुताबिक हत्यारे कुशाग्र के शव को चापड़ से काटने की तैयारी में थे. इसके लिए मुख्य आरोपी प्रभात ने चापड़ व पॉलीथिन बैग्स का प्रबंध किया था. अब रिमांड के दौरान पुलिस वह चापड़ व बैग्स बरामद कर सकती है, जिस दिन प्रभात ने कुशाग्र को मारा था, उसी रात प्रभात ने पुलिस को बताया था कि अगर कुशाग्र की बॉडी बरामद न होती और उन्हें फिरौती की रकम मिल जाती तो वह कुशाग्र का शव गंगा बैराज के आसपास फेंक सकते थे. हालांकि, पुलिस ने समय रहते ही बॉडी को बरामद कर आरोपियों को जेल भेज दिया था.