कानपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसदीय क्षेत्र वाराणसी से इंदौर के लिए चलने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह ट्रेन तीन ज्योतिर्लिंगों काशी विश्वनाथ, महाकालेश्वर और ओंकारेश्वर को जोड़ेगी. ट्रेन की स्पीड 130 किमी प्रति घंटा है.
सांसद सत्यदेव पचौरी ने दिखाई हरी झंडी
काशी महाकाल एक्सप्रेस ट्रायल के चलते रविवार को अपने निर्धारित समय से डेढ़ घंटे पहले शाम 7 बजकर 20 मिनट पर कानपुर सेंट्रल के प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची. स्टेशन पर सांसद सत्यदेव पचौरी ने ट्रेन की अगवानी की. इसके बाद हरी झंडी दिखाकर उन्होंने ट्रेन को इंदौर के लिए रवाना किया.
काशी महाकाल एक्सप्रेस पहुंची कानपुर. ट्रेन में होंगी 12 बोगियां
ट्रेन के अधिकारियों के मुताबिक पूर्व में इस ट्रेन में कुल 18 बोगियां थीं, जबकि यात्रियों के लिए 15 बोगियां थीं. बाद में आईआरसीटीसी ने इसमें बदलाव करते हुए कुल 12 बोगियां चलाने का फैसला लिया, जिसमें यात्रियों के लिए 9, एक पैंट्री और दो जनरेटर यान की रहेंगी. तीन बोगियों को रिजर्व में रखा गया है. यात्रियों की संख्या बढ़ने पर अतिरिक्त बोगियां लगाई जाएंगी.
ट्रेन छूटने के पांच मिनट पहले तक ले सकेंगे टिकट
ट्रेन में 5 सुरक्षाकर्मी हर बोगी में रहेंगे. हर यात्री का 10 लाख रुपये का रेल ट्रैवल बीमा होगा. इसमें किराए के साथ 300 रुपये कैटरिंग चार्ज भी होगा. 20 सीटें सीनियर सिटीजन के लिए, 6 सीटें महिलाओं और 4 बर्थ दिव्यागजन के लिए आरक्षित हैं. ट्रेन छूटने के पांच मिनट पहले तक टिकट ले सकते हैं.
ट्रेन में खाना ट्रॉली से परोसा जाएगा. इसमें वाराणसी की कचौड़ी और इंदौर का पोहा खाने का स्वाद बढ़ाएगा. ट्रेेन में वरिष्ठ नागरिक समेत किसी श्रेणी को रियायत नहीं मिलेगी तथा तत्काल आरक्षण की सुविधा भी नहीं होगी.
नई ट्रेन चलाई गई है. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीर्थस्थलों को जोड़ने का जो प्रयास किया गया है, वह स्वागत योग्य कदम है. कानपुर को यह विशेष अवसर मिला है. यहां से कोई ट्रेन नहीं थी, जो महाकाल तक जाए. ये सुपरफास्ट ट्रेन मिली है. इसलिए हम सब लोग पीएम मोदी का धन्यवाद देने के लिए यहां उपस्थित हुए हैं. ट्रेन का यहां से शुभारम्भ किया गया है.
-सत्यदेव पचौरी, सांसद, कानपुर
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