कानपुर:जिले के कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेनों का लोड अधिक है. इसे कम करने के लिए जिले के दूसरे रेलवे स्टेशन गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन का सहारा लिया जाएगा. लंबी दूरी की ट्रेनों को अब कानपुर सेंट्रल स्टेशन की बजाय गोविंदपुरी स्टेशन से निकालने की तैयारी है. इन ट्रेनों को पानी देने के लिए हाइड्रेंट लगाए गए हैं. रेलवे की योजना है कि जिन ट्रेनों पर कानपुर सेंट्रल से ज्यादा यात्री नहीं चढ़ते, उन्हें सेंट्रल स्टेशन पर न लाकर गोविंदपुरी से सीधे पास दे दिया जाए. उत्तर मध्य रेलवे के डीआरएम भी इसकी सहमति दे चुके हैं. अब जल्द से जल्द ट्रेनों की सूची बनाई जाएगी और कानपुर सेंट्रल स्टेशन का लोड कम कर गोविंदपुरी स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव कराया जाएगा. वहीं से चयनित की गईं ट्रेनों का संचालन किया जाएगा.
सेंट्रल स्टेशन से गुजरती हैं 400 से ज्यादा ट्रेनें
कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर सामान्य दिनों में 400 से ज्यादा ट्रेनें गुजरती हैं. लॉकडाउन हटने के बाद ट्रेनों का संचालन धीरे-धीरे शुरू हो रहा है. इसके चलते कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर अब ट्रेनों का लोड बढ़ता जा रहा है. दिल्ली, हावड़ा, मुंबई और लखनऊ रूट की बात की जाए तो यहां से आने वाली ट्रेनों को कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर ठहराव दिया जाता है. कई बार सेंट्रल स्टेशन पर प्लेटफार्म खाली न होने से ट्रेनों को आउटर पर घंटों खड़ा रहना पड़ता है. यात्रियों को परेशानी होने के साथ-साथ ट्रेनें भी अपने समय पर न पहुंच कर लेट होती है.
गोविंदपुरी स्टेशन को विकसित करने की तैयारी
इसे देखते हुए ही फैसला लिया गया है कि गोविंदपुरी स्टेशन से ट्रेनों का ठहराव और संचालन शुरू किया जाएगा. गोविंदपुरी स्टेशन को टर्मिनल के तौर पर विकसित करने की तैयारी चल रही है. लंबी दूरी की ट्रेनें पुरी नई दिल्ली, दरभंगा नई दिल्ली, आनंद विहार पटना, नई दिल्ली, उड़ीसा समेत कई लंबी दूरी की ट्रेनों को गोविंदपुरी रेलवे स्टेशन पर स्टॉपेज देकर आगे निकालने की तैयारी है.