कानपुर: शहर में सपा विधायक इरफान सोलंकी के लिए 6 नवंबर 2022 तक का समय सामान्य दिनों की तरह बीत रहा था. मगर 7 नवंबर को जैसे ही जाजमऊ निवासी बेबी नाज नाम की महिला ने सपा विधायक इरफान व उनके भाई रिजवान सोलंकी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी. तब से सपा विधायक के सितारे गर्दिश में पहुंच गए. जाजमऊ थाने में एक के बाद एक मुकदमे दर्ज होते गए और सपा विधायक आखिरकार गैंगस्टर घोषित हो गए.
अब कानपुर पुलिस कमिश्नरेट ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गुरुवार को सपा विधायक इरफान सोलंकी को भू-माफिया की सूची में शामिल कर दिया. ऐसे में शहर के लोग अब कह रहे हैं कि एक मुकदमे ने 4 बार के विधायक को जेल की सैर करा दी. पिछले कई माह से सपा विधायक इरफान सोलंकी सूबे की महाराजगंज जेल में बंद हैं. उनकी ओर से हाईकोर्ट में कई बार जमानत याचिका की अर्जी दी गई, लेकिन याचिका खारिज हो गई.
अखिलेश यादव के दौर में तूती बोलती थी: साल 2012 में जब सूबे में समाजवादी पार्टी की सरकार थी तब सपा विधायक इरफान सोलंकी की तूती बोलती थी. सपा विधायक को पूर्व सीएम अखिलेश यादव का बेहद करीबी माना जाता है. जब-जब पूर्व सीएम शहर में कोई जनसभा या कार्यक्रम में शामिल होते थे तो सपा विधायक इरफान सोलंकी का परिचय अपने करीबी व युवा विधायक के तौर पर कराते थे. हालांकि जब से सपा विधायक इरफान सोलंकी पर कानपुर पुलिस ने शिकंजा कसा तब से अखिलेश यादव भी उन्हें किसी तरह की राहत नहीं दिला सके.
150 करोड़ की संपत्ति होनी है सीज: कुछ दिनों पहले ही सपा विधायक इरफान सोलंकी के चार प्लाटों को पुलिस ने सीज कर दिया. उनकी कीमत 20 करोड़ रुपये से अधिक थी. अब, कानपुर पुलिस सपा विधायक की 150 करोड़ रुपये की संपत्ति को सीज करने की तैयारी है. इसमें सपा विधायक के मुंबई, नोएडा के फ्लैट आदि शामिल हैं. इतना ही नहीं कानपुर पुलिस ने सपा विधायक के करीबी- मो.अज्जन, पूर्व पार्षद मन्नू रहमान व पार्षद भोलू के खिलाफ भी गैंगेस्टर की कार्रवाई कर दी है. पुलिस ने सपा विधायक के रसूख को पूरी तरह से धो डाला है.