कानपुर: संजीत अपहरण और हत्याकांड में न्याय की मांग को लेकर उनके लेकर परिजन धरने पर बैठे थे. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने संजीत के पिता और बहन को धरने से उठा दिया. इसके साथ ही पुलिस ने संजीत के ममेरे भाई हरीश यादव और चाचा को भी हिरासत में ले लिया. इस दौरान संजीत की मां और पुलिस में नोकझोंक भी देखने को मिली.
पुलिस ने परिजनों के साथ की धक्का-मुक्की
संजीत यादव का परिवार प्रशासन से न्याय की आस में मंगलवार एक बार फिर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने के लिए गोविंद नगर स्थित शास्त्री चौक चौराहे पर पहुंचा. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने परिजनों को जबरन वहां से हटा दिया. इस दौरान परिजन पुलिस से हाथ जोड़कर उन्हें धरने पर बैठने देने के लिए विनती कर रहे थे.
संजीत के परिजनों को पुलिस ने धरने से हटाया. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने न सिर्फ उन्हें धरना देने से मना किया, बल्कि धक्का-मुक्की भी की. पुलिस ने संजीत की बहन को घसीटकर पुलिस जीप में बैठाया. इसके साथ ही संजीत के चाचा और भाई को हिरासत में ले लिया. वहीं संजीत की मां के साथ पुलिस की नोकझोंक भी हुई.
यह भी पढ़ें-संजीत की तस्वीर पर बहन ने बांधी राखी, कहा-अभी भी है इंतजार
22 जून को हुआ था संजीत का अपहरण
बता दें कि बर्रा थाना क्षेत्र के रहने वाले लैब टेक्नीशियन संजीत को उसके ही दोस्तों ने बीते 22 जून को किडनैप किया था. किडनैपर्स ने चार दिनों तक बंधक बनाए रखने के बाद संजीत की हत्या कर दी थी. 26 जून को देर रात शव को बोरे में भर पांडु नदी में डिस्पोज कर दिया था. किडनैपर्स ने 29 जून को संजीत के परिजनों से 30 लाख रुपये फिरौती की मांग की थी. पुलिस ने 24 जुलाई को एक महिला समेत पांच अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया था.