कानपुर: हमारे भतीजे की निर्मम हत्या हुई है. उसे बहुत बुरी तरह मारा गया. जो हत्यारे हैं, उन्हें फांसी होनी चाहिए. उनके घरों को बुलडोजर से गिरवा देना चाहिए. योगी सरकार में बड़े-बड़े अपराधियों के खिलाफ जब कार्रवाई हुई तो बुलडोजर चला. हमारा तो भतीजा बहुत सीधा था. लेकिन, उसकी हत्या हो गई तो अपराधियों को सजा क्यों नहीं दी जा रही? उक्त बातें कहते हुए आचार्य नगर स्थित भगवती विला अपार्टमेंट के तीसरे तल में मौजूद मृतक कुशाग्र के चाचा सुमित कानोडिया फफक कर रो पड़े.
सुमित कानोडिया ने पत्रकारों से कहा कि हमने पुलिस को वह स्कूटी लाकर दी, जिससे हत्यारा प्रभात उस टीचर को लेकर घर आता था. पुलिस ने हमारे भतीजे के लिए यह बात कैसे कह दी कि उसका टीचर से अफेयर था. हम पुलिस की बात का पूरी तरह से विरोध करते हैं. हमने पिछले एक माह की सीडीआर (भतीजे के मोबाइल की) निकलवाकर पुलिस को दी है. उसने कभी टीचर को कॉल नहीं की. बुधवार को घर पर उसकी स्कूल टीचर आईं थीं. सभी कुशाग्र की तारीफ कर रही थीं. हम बस ये चाहते हैं कि सभी हत्यारों को फांसी होनी चाहिए.
पिता दिखे बेसुध, मां रोते-रोते बोलीं हत्यारों को फांसी दे दो: दोपहर में कुशाग्र के घर पर चाचा सुमित के बगल में पिता मनीष गुमसुम और बेसुध बैठे थे. जो अन्य रिश्तेदार थे, वह भी रो रहे थे. पास खड़ी कुशाग्र की मां का तो बहुत ही बुरा हाल था. लगातार मां के आंसू निकल रहे थे और वह बस एक बात कह रहीं थीं कि हत्यारों को फांसी दे दो. जिसने मेरा लड़का हमसे छीन लिया, उन्हें इस धरती पर जिंदा रहने का कोई अधिकार नहीं. पिता मनीष ने कहा कि कुशाग्र कभी घरवालों को परेशान नहीं करता था. उसका पूरा फोकस अपनी पढ़ाई पर रहता था. उसका कोई शौक नहीं था. बस, अपना आईफोन लेकर वह खुद को ही बिजी रखता था.