कानपुर:कुशल सार्वजनिक परिवहन प्रणाली के तहत कानपुर आयुक्त ने सिटी बसों में सामान्य यात्रियों की तरह सफर किया. कानपुर आयुक्त राज शेखर ने सिटी बसों की जमीनी हकीकत जानने के लिए अधिकारियों के साथ सिटी बस में सफर के दौरान कई लापरवाही पाई. कानपुर आयुक्त ने पाया की बसों के ड्राइवर और कंडेक्टर वर्दी नहीं पहने हुए थे. कई बसों में ड्राइवर कंडेक्टर कोविड नियमों की भी धज्जियां उड़ाते हुए नजर आये. बिना मास्क लगाये ड्राइवर व कंडेक्टर मिलने पर कानपुर आयुक्त ने उनके खिलाफ कार्रवाई को अंजाम दिया.
कानपुर कमिश्नर को शिकायत मिली थी की शहर की सिटी बसें नियम कायदे ताक पर रख कर चलाई जा रही है. जिसके लिए कानपुर आयुक्त राज शेखर ने अधिकारियों के साथ जमीनी हकीकत जानने के लिए बसों में सफर किया. इन बसों में सामान्य यात्री के रूप में यात्रा कर 2 सिटी बसों का औचक निरीक्षण किया. सबसे पहले उन्होंने सिटी बस नंबर यूपी 78 बाय 5708 में हर्ष नगर से चुन्नीगंज तक का सफर तय किया. इसके बाद उन्होंने दूसरी बस 78 बीटी 5698 रावतपुर से हर्ष नगर तक का सफर किया. आयुक्त ने गंतव्य तक यात्रा करने के लिए आवश्यक राशि का भुगतान करके बस टिकट लिया. इस दौरान उन्होंने यह पाया गया कि दोनों बसों में चालक और कंडक्टर ने निर्धारित पोशाक/वर्दी नहीं पहनी हुई थी. इतना ही नहीं दोनों बसों में चालक और कंडक्टर मास्क भी नहीं पहने हुए थे. बसों में फर्स्ट एड बॉक्स भी उपलब्ध नहीं था. दोनों बसों में एलईडी डिस्प्ले बोर्ड काम नहीं कर रहा था. बसों का सामान्य रखरखाव खराब स्थिति में था. एक मामले में यह पाया गया कि कंडक्टर ने टिकट के लिए एक यात्री से पैसे लिए, लेकिन यात्री को टिकट जारी नहीं किया. यह भी देखा गया कि आधे यात्री मास्क पहने नहीं पाए गए और कंडक्टर ने उन्हें मास्क पहनने के लिए प्रेरित भी नहीं किया.
मंडलायुक्त ने चलाया कार्रवाई का चाबुक