कानपुर: अगर आमजन को अपने क्षेत्र में एक ऐसा सुंदर तालाब देखने को मिल जाए, जिसके किनारे वह अपने परिवार के साथ बैठ सके, सुबह अगर घूमना हो तो घूम सके. अगर अपने बच्चों के लिए एक प्ले एरिया की चाहत हो तो वह भी तालाब के किनारे हो. निश्चित तौर पर अगर इतनी सुविधाएं होंगी तो हर किसी को ऐसा तालाब भा जाएगा. शहर के मसवानपुर में एक ऐसा ही मामा का तालाब बन रहा है.
कानपुर विकास प्राधिकरण की ओर से तालाब के सौंदर्यीकरण का काम जोरों पर है और आने वाले दिनों में यह तालाब आमजन को सौंप दिया जाएगा. दरअसल, सरकार ने शहर में 100 से अधिक अमृत सरोवरों का जहां एक ओर निर्माण कराया, तो वहीं लोगों का कहना था कि मामा का तालाब अपने आप में एक ऐतिहासिक तालाब रहा है. हालांकि, जब इसकी दुर्दशा हुई तो लोगों ने इस तालाब को पुर्नजीवित करने के लिए प्रदर्शन किया. इसके कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) के अफसरों ने तालाब को एक नया लुक देने का खाका खींचा और अपना काम शुरू कर दिया है.
भू-गर्भ जल का होगा संरक्षण: केडीए के आला अफसरों ने बताया कि मामा का तालाब 24490 वर्गमीटर में तैयार कराया जा रहा है. इस तालाब के बन जाने से जहां भू-गर्भ जल का संरक्षण होगा. वहीं, वर्षा जल संचयन के साथ ही सॉलिड वेस्ट वॉटर का भी इसमें प्रबंध होगा, यानी, इस तालाब के बन जाने से मसवानपुर, कल्याणपुर, पनकी, अर्मापुर समेत अन्य क्षेत्रों की लाखों की आबादी को भू-गर्भ जल की कभी दिक्कत नहीं होगी. वहीं, वर्षा जल संचयन होने से तालाब की मदद से पौधों की सिंचाई समेत अन्य कार्य भी किए जा सकेंगे.