कानपुरःशहर के ककवन थाना क्षेत्र में दारोगा द्वारा महिला के साथ अभद्रता (inspector misbehaving with woman) के वायरल वीडियो मामले की जांच में दारोगा निर्दोष पाया गया है. पुलिस के अनुसार दारोगा की तहरीर पर महिला पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा. वायरल वीडियो की जांच के बाद पुलिस ने दावा किया है कि दारोगा को झूठे मुकदमें में फंसाने के लिए महिला और परिजनों द्वारा दोनों को कमरे में बंद करके बाहर खिड़की से वीडियो बनाया गया था.
एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच में पाया गया विवेचना के लिए गए दारोगा से वादी पक्ष की महिला और परिवारीजनों ने मारपीट की थी. दारोगा वादी पक्ष के घर नोटिस पर हस्ताक्षर कराने गए थे. इसी दौरान महिला और उसके परिजनों ने दारोगा के साथ मारपीट की और उसकी वर्दी फाड़ दी. दारोगा को फंसाने के लिए परिजनों ने महिला के साथ एक कमरे में बंद कर दिया और बाहर खिड़की से वीडियो बनाने लगे.
इस दौरान महिला ने भी अपने कपड़े फाड़ने की कोशिश की, जिसे रोकने के लिए दारोगा ने महिला के हाथ पकड़ लिए. इसके बाद महिला जोर-जोर से चिल्लाने लगी. महिला के परिजनों ने बाहर खिड़की से वीडियो बना रहे थे. लेकिन किसी ने भी दोनों को कमरे से बाहर निकालने की कोशिश नहीं की. घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पीआरवी ने बड़ी मुश्किल के बाद दारोगा को वादी पक्ष के परिजनों से छुड़वाया. वायरल वीडियों की जांच में दारोगा पर महिला के साथ अभद्रता के आरोप झूठे हैं. दारोगा की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा.