कानपुर: कानपुर रेलवे प्रशासन अपने यात्रियों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाने के लिए एक अहम भूमिका निभाने जा रही है. सेंट्रल स्टेशन के निदेशक हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि कानपुर रेलवे स्टेशन पर टोटी वाले नल नहीं दिखेंगे. दरअसल, करोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए वाटर बूथों पर पैडल से चलने वाले नल लगाए जाएंगे.
कानपुर रेलवे स्टेशन पर ऐसे नल लगाए जाने की तैयारी चल रही है, जिनकी टोटी को पैर से दबाने पर पानी निकलने लगेगा और पैर हटाते ही पानी आना बंद हो जाएगा. यात्रियों को पानी पीने और बोतल आदि भरने के लिए नल को छूना नहीं पड़ेगा. रेलवे प्रशासन का मानना है कि सामान्य नल को छूने से संक्रमण एक से दूसरे में पहुंचने का खतरा ज्यादा रहता है. इसी को देखते हुए कनपुर रेलवे की ओर से यह कदम उठाया जा रहा है.
कानपुर: कोरोना से बचाव के लिए रेलवे स्टेशन पर लगेंगे पैर से चलने वाले नल - कोरोना वायरस कोविड-19
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में रेलवे प्रशासन ने कोरोना वायरस से यात्रियों को बचाने के लिए अनोखी पहल की है. रेलवे स्टेशन पर लगे नलों को अब यात्री हाथ से नहीं, बल्कि पैर से चलाएंगे.
सेंट्रल स्टेशन के निदेशक हिमांशु शेखर उपाध्याय
कानपुर सेंट्रल स्टेशन निर्देशक हिमांशु शेखर ने बताया कि नलों में बदलाव की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू की जाएगी. इलेक्ट्रिक लोको शेड में पैडल ऑपरेटिंग सिस्टम तैयार किया जाएगा. लोको शेड में पैंडल चलित हाथ धोने की मशीन तैयार की जा चुकी है, सभी प्लेटफार्म पर करीब 300 से अधिक पैडल चलित नल लगाए जाएंगे.
Last Updated : May 25, 2020, 8:44 PM IST