कानपुर: कोरोना काल के आर्थिक संकटों के बीच आईआईटी कानपुर के टेक्नोक्रेट्स पर लाखों-करोड़ों रुपये की बारिश हुई. आईआईटी कानपुर के छात्रों को मल्टीनेशनल कंपनी ने बेहतर सैलरी के साथ नौकरी का ऑफर दिया, जबकि कोरोना काल में तमाम कंपनियां आर्थिक तौर पर कमजोर होने का दावा कर रही हैं.
मल्टीनेशनल कंपनियों में छात्रों को मिली नौकरी. आईआईटी कानपुर के प्लेसमेंट सेल के चेयरमैन प्रो. कांतेश बलानी ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार प्लेसमेंट के लिए कंपनियों की संख्या जरूर कम थी, लेकिन छात्रों को एमएनसी (मल्टीनेशनल कॉरपोरेशन) ने बेहतरीन पैकेज दिया. एक छात्र को 1.47 करोड़ रुपये का वार्षिक पैकेज ऑफर मिला है. जिसे इस साल का अधिकतम पैकेज बताया जा रहा है.
आईटी कंपनियों का रहा जलवा
प्रोफेसर कांतेश बलानी ने बताया कि इस साल के प्लेसमेंट में सबसे ज्यादा सॉफ्टवेयर और कोडिंग की कंपनियों ने शिरकत की. दूसरे पायदान पर ट्रेडिंग, एनालिसिस कंपनियां हैंइलेक्ट्रिक, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल सेक्टर की कंपनियां प्लेसमेंट ड्राइव में शामिल रहीं. पहली बार एप्पल कंपनी भी प्लेसमेंट के लिए शामिल हुई. इस वर्ष माइक्रोसॉफ्ट ने सबसे अधिक छात्रों को नौकरी के अवसर दिए हैं.
डॉलर के मुकाबले कमजोर रुपये का असर
इंटरनेशनल कंपनियों का ऑफर पिछले साल जैसा ही है. जितने डॉलर का पैकेज पिछले साल था, उतना ही इस साल भी दिया गया है. बता दें कि पहले 2 दिन में आईआईटी कानपुर का प्लेसमेंट अन्य सभी आईआईटी संस्थानों की अपेक्षा काफी अच्छा रहा है. आईआईटी में 1 दिसंबर से पहले चरण का प्लेसमेंट ड्राइव हुआ है. कोरोना संकट के बीच यह ड्राइव ऑनलाइन माध्यम में ही हुआ. संस्थान में अब तक देश और विदेश की 60 मल्टीनेशनल कंपनियों ने ड्राइव में हिस्सा लिया है. पहले दिन करीब 200 छात्रों को जॉब ऑफर मिला. इसके अलावा दूसरे दिन भी 169 छात्रों का प्लेसमेंट हुआ. 1 दिसंबर से शुरू हुई आईआईटी में प्लेसमेंट ड्राइव 9 दिसंबर तक चली थी.
100 कंपनियां नहीं हुईं शामिल
आईआईटी कानपुर में हर साल आने वाली 100 कंपनियों ने इस बार प्लेसमेंट का रुख नहीं किया. उन्होंने प्लेसमेंट ड्राइव में शामिल होने से इनकार कर दिया. हर साल यह कंपनियां आईआईटी में छात्रों का चयन करती रहती थीं. आईआईटी कानपुर में अंतरराष्ट्रीय कंपनी ने इस वर्ष सबसे अधिकतम 1.47 करोड़ रुपये का पैकेज एक छात्र को दिया. जबकि राष्ट्रीय कंपनी ने 82 लाख रुपये सालाना की नौकरी का ऑफर दिया. कुल 821 छात्रों को ऑफर मिला, जिनमें से 709 छात्रों ने स्वीकार किया है. कुल 232 कंपनियां इस वर्ष प्लेसमेंट ड्राइव में शामिल हुईं.